राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 मार्च। महाराणा प्रताप मंगल भवन भिलाई में बीते रविवार को रंगपंचमी के अवसर पर राजपूतों की साहित्यिक संस्था संस्कार काव्य गोष्ठी के तत्वावधान में प्रदेश स्तरीय काव्य गोष्ठी और सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार और संस्कृताचार्य डॉ. महेश चंद्र शर्मा व अध्यक्षता ठा. दशरथ सिंह भुवाल ने की। विशेष अतिथि प्रदीप भट्टाचार्य, साहित्यकार वीरेन्द्र बहादुर सिंह और प्राध्यापिका और साहित्यकार डॉ. सुनीता राजपूत थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां शारदे की पूजा-अर्चना, स्तुति वंदना कर दीप प्रज्वलित कर किया गया। साथ ही वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के तैलचित्र की पूजा-अर्चना व माल्यार्पण कर आरती की गई। वंदना राजपूत ने सरस्वती वंदना एवं वर्षा ठाकुर ने स्वागत भाषण दिया। संस्कार काव्य गोष्ठी द्वारा प्रकाशित पत्रिका प्रयास के प्रथम एवं द्वितीय अंक का विमोचन किया गया। इस अवसर पर साहित्य एवं कला के क्षेत्र में समर्पित भाव से संस्था के फेसबुक पटल पर पिछले दो वर्षों से अपनी सक्रिय भागीदारी निभाने वाले लगभग तैंतीस विभूतियों और अतिथियों को संस्था द्वारा स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति-पत्र तथा पुष्प पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया। उपस्थित कवियों द्वारा काव्यपाठ किया गया। सभी रचनाकारों ने अपनी रचनाओं की शानदार प्रस्तुति से श्रोताओं का मन मोह लिया।
कार्यक्रम में रविबाला ठाकुर, वर्षा ठाकुर, वंदना राजपूत, माला सिंह, डॉ. नीता राजपूत, सूचि भवि, सावित्री राजपूत, सुरेश सिंह, पीताम्बर सिंह, पवन सिंह, संजय परमार, बल्लू बल, दशरथ सिंह, हूपसिंह क्षत्रिय, आनंद गौतम, गजेंद्र द्विवेदी एवं वीरेन्द्र बहादुर सिंह ने काव्य पाठ किया।
मुख्य अतिथि डॉ. महेशचंद्र शर्मा ने साहित्य में व्याकरण का समावेश एवं स्थान, प्रभावशील शब्दों का चयनए मात्रा, छंद विषयों पर प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथियों द्वारा कविता तथा रचनाकारों को काव्य रचना एवं काव्य पाठ प्रस्तुति के दौरान किन-किन बातों पर विशेष ध्यान देनी चाहिये आदि महत्वपूर्ण बातों पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष दशरथ सिंह भुवाल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में संस्कार काव्य गोष्ठी के उद्देश्य एवं उनकी विशेषताओं पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में उपसमिति भिलाई के अध्यक्ष रवि सिंह, ओमप्रकाश ठाकुर, संतोष सिंह राजपूत, गोविंद सिंह राजपूत का सक्रिय सहयोग प्राप्त हुआ। कार्यक्रम का कव्यमय संचालन बलराम सिंह ठाकुर एवं आभार प्रदर्शन सुरेश सिंह ठाकुर ने किया।