राजनांदगांव
कवर्धा के कृषि उपज मंडी प्रांगण में दोनों जिलों के किसानों के साथ बैंक अध्यक्ष नवाज ने की परिचर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 मार्च। राजनांदगांव जिले में गन्ना की खेती को व्यापक रूप देने के लिए जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष नवाज खान ने गुरुवार को कवर्धा के किसानों संग एक अहम परिचर्चा की। बैंक अध्यक्ष न सिर्फ राजनांदगांव, बल्कि मोहला-मानपुर और खैरागढ़ जिले में भी गन्ना खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत हैं। कवर्धा के किसानों ने राजनांदगांव से पहुंचे किसानों को गन्ना खेती के गुर सिखाए। कवर्धा के कृषि उपज मंडी में आज अविभाजित राजनांदगांव जिले के तकरीबन डेढ़ हजार किसानों ने कवर्धा के गन्ना खेती के उन्नत किसानों से आपसी चर्चा की। कवर्धा के किसानों ने चर्चा के दौरान गन्ना की खेती से हो रहे लाभ के संबंध में अहम जानकारियां दी। कवर्धा के किसानों ने बैंक अध्यक्ष नवाज खान के प्रयास की सराहना करते परिचर्चा में मौजूद किसानों को गन्ना के लाभकारी उपज पर अपना अनुभव साझा किया।
बताया जाता है कि भविष्य में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में एथेनॉल प्लांट को विकसित करने के विषय पर गंभीर हैं। कवर्धा जिले में गन्ना कीखेती से किसान आर्थिक रूप से समृद्ध हुए हैं। जिला सहकारी बैंक की ओर से राजनांदगांव समेत दोनों नए जिलों में गन्ना खेती के लिए किसानों को तैयार किया जा रहा है। अविभाजित राजनंादगांव में गन्ना की पैदावार के लिए अनुकूल परिस्थितियां भी है। कवर्धा में गन्ना की बंपर पैदावार के चलते शक्कर के दो बड़े कारखाने संचालित हो रहे हैं। अध्यक्ष खान दूरगामी सोंच के तहत किसानों को फसल चक्र परिवर्तन के जरिये गन्ने की खेती की ओर से प्रोत्साहित करने का पूरजोर प्रयास कर रहे हैं। राजनांदगांव समेत तीनों जिलों में गन्ना की पैदावार के लिए सहकारी बैंक की ओर से एक नीति भी तैयार की जा रही है। गन्ना की खेती करने वाले किसानों के लिए एक सोसायटी का गठन किया जाएगा, ताकि सोसायटी से जुड़े किसानों को फसल के लिए लोन भी मुहैया कराई जाएगी। परिचर्चा में मौजूद कवर्धा एवं अविभाजित राजनंादगांव जिले के किसानों ने संयुक्त रूप से अपनी बातों को रखा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नीतियों का समर्थन करते हुए किसानों ने बैंक अध्यक्ष की गहरी दिलचस्पी को लेकर भी आभार जताया। राजनांदगांव, मोहला-मानपुर एवं खैरागढ़ के डेढ़ हजार से ज्यादा किसान अलग-अलग वाहनों से कवर्धा पहुंचे।
कवर्धा के किसानों ने जानकारी देते बताया कि धान के विपरीत इसमें प्रति एकड़ एक लाख रुपए तक का मुनाफा किसान कमा सकते हैं। वहीं एक बार गन्ना बोने के बाद किसानों के पास तीन साल तक फसल काटने की सुविधा मिलती है। जिससे कम लागत में अधिक मुनाफा बचता है। वहीं गन्ने की खेती के लिए खाद व अन्य कीटनाशक की भी जरूरत कम पड़ती है।
मुख्यमंत्री की मंशानुरूप किसानों की आर्थिक ताकत बढ़ाने पर जोर : नवाज
परिचर्चा को संबोधित करते बैंक अध्यक्ष नवाज खान ने कहा कि कालांतर के साथ किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है। विशेशकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसानों के हितों से जुड़ी योजनाओं का जमीनी स्तर पर बेहतर तरीके से क्रियान्वयन कर रहे हैं। जिससे किसान आर्थिक रूप से संपन्न हुए हैं। इसी उद्देश्य के साथ गन्ने की खेती को कवर्धा समेत राजनांदगांव, मोहला-मानपुर और खैरागढ़ जिले में भी क्रांतिकारी निर्णय के तहत बढ़ावा देने की मुहिम शुरू की जा रही है। उन्होंने परिचर्चा में मौजूद लोगों को अहम जानकारी देते बताया कि गन्ने की खेती के साथ एथेनाल प्लांट, गुड की फैक्ट्रियां और शक्कर कारखाना खोलने की भी सरकार की योजना है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने गन्ना खेती के सफल होने पर राजनांदगांव जिले में एथेनाल प्लांट के लिए 100 करोड़ रुपए देने का भी भरोसा दिया है। खान ने कहा कि कवर्धा के किसान गन्ना खेती की वजह से समृद्ध किसानों में गिने जाते हैं। सहकारी बैंक द्वारा योजनाबद्ध ढंग से गन्ना खेती को बढ़ावा देने के लिए पूरी तैयारी की गई है।