बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 31 मार्च। अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष एवं सांसद प्रतिनिधि विक्रम धुर्वे ने की आत्महत्या, राजनीतिक गलियारे में शोक।
थाना प्रभारी वीणा यादव ने बताया कि हमें घर पहुंचने के साथ-साथ दरवाजा तोडक़र कमरे में प्रवेश करना पड़ा। जिस समय विक्रम धुर्वे ने यह कदम उठाया उस समय घर में कोई भी मौजूद नहीं था। फिलहाल मामले में प्रारंभिक जांच शुरू हो गई है, लेकिन राजनीति में इसका तगड़ा असर देखने को मिल रहा है वह एक सरल सुलझे हुए सक्रिय राजनीति का अर्थ है और अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष भी थे।
विधानसभा के सशक्त दावेदार
राजनीतिक गलियारों में एक अच्छा व्यक्तित्व लेकर आगे बढ़ रहे विक्रम धुर्वे ने आखिर यह कदम क्यों उठाया यह सब के लिए एक रहस्य बनी हुई है। फिलहाल पुलिस की जांच के बाद ही खुलासा हो पाएगा।
विक्रम धुर्वे डौंडीलोहारा के विधानसभा प्रत्याशी के रूप में सबसे आगे चल रहे थे, उनका राजनीतिक भविष्य भी बेहद उज्जवल था और आखिर उन्होंने इस तरह का कदम क्यों उठाया यह सोचने वाली बात है।