बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 11 अप्रैल। बालोद जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में एक अनोखा अंदाज कलेक्टर का देखने को मिला दिव्यांग अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे हुए थे कार्यालय कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर कुलदीप शर्मा अधिकारियों की बैठक ले रहे थे, और वह आम जनता की समस्याओं को भी सुन रहे थे। इसी दौरान कुछ दिव्यांग युवतियां कलेक्टर के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंची तो कलेक्टर अपनी कुर्सी से उतर कर दिव्यांगों के साथ जमीन पर बैठ गए और उनकी समस्याओं को सुना सैकड़ों लोगों ने इसे अपनी आंखों से देखा और कलेक्टर की तारीफ करते नहीं सके जिसके बाद उपसंचालक समाज कल्याण विभाग के अधिकारी को बुलाकर उन्होंने जमकर फटकार लगाई।
दरअसल दिव्यांग अपनी समस्या लेकर आए थे कि उन्होंने अपने दिव्यांगता को खुद पर हावी नहीं होने दिया और समाज कल्याण विभाग के माध्यम से 3 महीने तक सिलाई कार्य का प्रशिक्षण लिया, जिसमें उन्हें कहा गया था कि 3 महीने के बाद उन्हें प्रमाण पत्र दिया जाएगा स्कॉलरशिप दिया जाएगा साथ ही सिलाई मशीन भी दिया जाएगा, परंतु 3 से 4 महीने बीत जाने के बाद भी दिव्यांगों को किसी तरह का कोई भी लाभ नहीं मिल पाया है, जिसके कारण दिव्यांग अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे हुए थे दिव्यांगों ने बताया कि उन्हें यहां तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
जिनके माध्यम से इन दिव्यांगों को प्रशिक्षण दिया गया था वह दिल्ली के एक संस्था है और समाज कल्याण विभाग को इसका नोडल मनाया गया था, परंतु यहां पर दिव्यांगों ने बताया कि जब हम समाज कल्याण विभाग को पूछते हैं तो वे दिल्ली वालों का नाम लेते हैं पर दिल्ली वालों का जब बात करते हैं तो वे समाज कल्याण विभाग का नाम लेते हैं इस तरह हमें लगातार घुमाया जा रहा है जिससे परेशान होकर आज हम कलेक्टर से अपनी समस्याओं को लेकर मिलने आए थे।
उपसंचालक को लगाई फटकार
कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने दिव्यांगों की समस्याओं को सुनकर तुरंत संज्ञान में लिया एवं समाज कल्याण विभाग के जिला अधिकारी को कक्ष में सबके सामने ही फटकार लगाई उन्होंने कहा कि इतने दिनों तक आखिर इन दिव्यांगों को क्यों भटकना पड़ रहा है क्या ऐसी मजबूरी है जिसमें अधिकारी बार-बार दिल्ली का नाम लेते रहे परंतु कलेक्टर ने कहा कि जल्द से जल्द इन सब का काम किया जाए।
कलेक्टर ने की रोजगार की व्यवस्था
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार दिव्यांगों के लिए कलेक्टर ने तुरंत मशीन उपलब्ध कराने की बात कही और एक विशेष जगह पर सभी दिव्यांग व्यक्तियों को सिलाई मशीन के साथ रोजगार देने की भी बात कही है जिसको लेकर तत्काल कार्य शुरू कर दिया गया और उपसंचालक समाज कल्याण विभाग के अधिकारी वहां पर दिव्यांगों से चर्चा करने आए।
कलेक्टर हमारे साथ जमीन पर बैठ गए
दिव्याँग कुमारी रोहिणी, लक्ष्मी, मनभोतिन प्रधान, पूर्णिमा, लुकेश्वरी, लता साहू, सीता सहित समस्त दिव्यांगों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि हम तो अपनी समस्या लेकर आए थे परंतु कलेक्टर साहब हमारे साथ जमीन पर ही बैठ गए हमारी समस्याओं को बेहद गंभीरता से सुना और तुरंत निराकरण करने की बात कही हमारे लिए यह अनुभव बहुत ही अच्छा था आपको बता दें कि कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर अक्सर कुर्सी पर बैठकर लोगों की समस्याओं को सुनते थे परंतु आज कलेक्टर का अलग ही स्वरूप देखने को मिला वे स्वयं कुर्सी से उतरकर दिव्यांगों के साथ बैठकर चर्चा करने लगे।