बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा / डौंडी, 21 अप्रैल। आदिवासी बाहुल्य विकास खंड डौंडी के विभिन्न वनांचल ग्रामों में जंगली हाथी व जंगली जानवरों से ग्रामीणों को हो रही तमाम परेशानियों से निजात दिलाने के लिए महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेंडिया व कलेक्टर ने विभिन्न ग्रामों में इंटग्रेटेड सोलर सिस्टम लाईट की व्यवस्था की गई है। ग्रामीणों ने मंत्री व कलेक्टर के प्रति आभार जताया।
इस संबंध में ग्राम बेलोदा, जबकसा, मंगलतराई, मरदेल, ढोर्रीढेमा, घोटिया, उकारी, सुरडोंगर, कारुटोला, मरकाटोला, खैरवाही सहित विभिन्न गांव के जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने बताया कि अधिकांशत: जंगली जानवर व जंगली हाथी रात्रि के समय भोजन, पानी की तलाश में रहवासी क्षेत्र में आ जाते हैं। और घर, बाड़ी, खेत व जानमाल को नुकसान पहुंचाते है। ग्रामीणों ने बताया कि रात्रि के समय अंधेरा होने एवं आए दिन जंगली जानवरों के रहवासी क्षेत्र में आ जाने की वजह से ग्रामीणों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया था। डौंडी ब्लॉक के अनेक गांव में जंगली हाथी व जंगली जानवरों ने बच्चों व युवाओं पर हमला कर उन्हें अपना शिकार बना चुके हैं।
इन सभी समस्याओं को देखते हुए डौंडी विकास खंड के विभिन्न गांव के ग्रमीणों व जनप्रतिनिधियों ने शासन-प्रशासन से उन्हें इस समस्या से निजात दिलाने की मांग की जाती रही है। मंत्री ने कलेक्टर को दिए र्निदेश - पिछले दो वर्षों से लगातार डौंडी विकास खंड के विभिन्न गांव में हाथियों ने उत्पात मचाकर रखा था। अनेकों किसानों की बाड़ी, फसलों, घरों के साथ-साथ कुछ लोगों को अपने पैरों के नीचे कुचल भी दिए थे।
प्रदेश की महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण मंत्री व क्षेत्रीय विधायक अनिला भेंडिया ने अपने जनसंपर्क कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने उनसे उक्त समस्याओं के संबंध में बताते हुए रात्रि में हो रही परेशानियों से अवगत कराया। मंत्री ने ग्रामीणों को उनके हुए नुकसान का मुआवजा प्रदान किया और कलेक्टर को र्निदेशित कर उन्हें गांव में रात्रि के समय उचित प्रकाश व्यवस्था उपलब्ध करवाने की बात कही।
ग्रामीणों की इस समस्या को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर ने डौंडी विकास खंड के विभिन्न ग्राम पंचायतों में खनिज न्यास निधि के माध्यम से इंटग्रेटेड सोलर सिस्टम लाईट की व्यवस्था उपलब्ध करवाई गई, ताकि रात्रि के समय रहवासी क्षेत्र में उचित प्रकाश व्यवस्था हो, ताकि ग्रामीणों को किसी तरह से परेशानी उत्पन्न न हो। ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने बताया कि पहले अंधेरा होते ही जंगली जानवरों के भय से ग्रमीणों में भय का माहौल व्याप्त हो जाता था, ग्रामीण अपने परिवार के साथ घरों में दुपक जाते थे, परंतु वर्तमान में गांव में अच्छी प्रकाश व्यवस्था होने से डर नहीं लगता है। विभिन्न गांव में रात्रि के समय अच्छी प्रकाश व्यवस्था होने के कारण ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने इसके लिए कलेक्टर के प्रति आभार जताया।