बिलासपुर
जंगल सफारी रायपुर से पहुंची छपरवा रेंज में
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 29 अप्रैल। सूरजपुर के उड़गी ब्लॉक में रेस्क्यू की गई बाघिन को आज सुबह अचानकमार टाइगर रिजर्व में छोड़ दिया गया है। इस बाघिन के हमले से 3 ग्रामीण घायल हो गए थे, जिनमें से दो की मौत हो गई थी। अचानकमार में टाइगर की वृद्धि के लिए किये जा रहे प्रयासों को इससे मदद मिलेगी।
एक महीने पहले यह बाघिन ओड़गी ब्लॉक में विचरण कर रही थी। इसने जंगल गए तीन लोगों पर हमला किया था, जिसमें से दो की मौत हो गई थी। इसके बाद बाघिन को ट्रेंकुलाइज से बेहोश करके कालामंजन जंगल से पकड़ा गया। रेस्क्यू के दौरान बाघ बुरी तरह घायल हो गई थी जिसके चलते उसे इलाज के लिए जंगल सफारी नया रायपुर भेजा गया। इलाज के बाद बाघिन के स्वस्थ हो जाने पर वन विभाग के अधिकारियों ने उसे वापस जंगल में छोड़ने का निर्णय लिया। इसके लिए अचानकमार टाइगर रिजर्व को सर्वाधिक उपयुक्त पाया गया है। आज सुबह उसे नया रायपुर जंगल सफारी से मुंगेली जिले के छपरवा में छोड़ दिया गया। हालांकि उसके लोकेशन को उसकी सुरक्षा के मद्देनजर नहीं बताया गया है।
बाघ की सुरक्षा और लोकेशन का जानकारी रखने के लिए उसे रेडियो कॉलर भी लगाया गया है, जो अफसरों के मोबाइल फोन से जुड़ा रहेगा। इसके चलते यदि बाघिन गांवों के करीब पहुंचेगी तो ग्रामीणों को समय रहते सतर्क किया जा सकेगा। बाघिन को छोड़ने से अचानकमार टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़ाने में मदद मिल सकती है। यहां मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ से तीन बाघ-बाघिन लाने के प्रस्ताव पर सरकार पहले से ही काम कर रही है।