रायपुर
जनसेवक चाहे कितनी कोशिश कर ले, सभी को खुश नहीं कर पाता। कोई न कोई किसी न किसी बात को लेकर असंतुष्ट रहता ही है ।यही वजह है की किसी भी जन सेवक के लिए जनप्रिय बन पाना असंभव की हद तक कठीन कार्य हो जाता है राजनीति जिसे काजल की काली कोठरी कहा जाता है में तो बिरले ही नेता होते है जो सफलता के साथ ही लोकप्रियता के शिखर पर पहुंच पाते है और हरदिल अजीज कहलाते है ।इसे ही बिरले जनप्रिय सेवकों में एक है प्रदेश के जनप्रिय नेता रायपुर से निरंतर 7 बार के विधायक बृजमोहन अग्रवाल।
आज से 64 वर्ष पूर्व रायपुर के प्रतिष्ठित व्यवसायिक परिवार में जन्मे बृजमोहन अग्रवाल ने किशोरावस्था में कदम रखते ही अपनी अलग राह चुनने का निर्णय ले लिया ।पैतृक व्यवसाय में रूचि न लेकर सामाजिक धार्मिक कार्यों में उनकी दिलचस्पी लेने के साथ ही उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के माध्यम से छात्र राजनीति में पदार्पण किया तभी उनके पिता श्री रामजी अग्रवाल समझ गए की उनका पुत्र सेठ नहीं,जनता का सेवक बनेगा।मजदूर दिवस के दिन पैदा हुआ उनका यह बेटा जन सेवा के लिए दिन और रात एक मजदूर की तरह ही खटेगा।परिजनों ने भी उन्हें रोकने टोकने की कोशिश नहीं की बल्कि समय-समय पर प्रोत्साहित भी किया। नतीजन राजनीति के क्षेत्र में बृजमोहन अग्रवाल ने देखते ही देखते अपनी ऐसी विशिष्ठ पहचान बनाई की भाजपा ने 1990 में उन्हें रायपुर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया जो कांग्रेस का अभेद गढ़ था ।पहली ही बार में बृजमोहन अग्रवाल ने किला फतह कर सबको चमत्कृत कर दिया।इसके बाद से आज तक लगातार चुनाव जीतकर उन्होंने नया इतिहास रच दिया है।
अविभाजित मध्यप्रदेश में पटवा सरकार से लेकर रमन सरकार तक सभी महत्वपूर्ण विभागों की उन्होंने जिम्मेदारी संभाली और अपनी विशिष्ठ कार्यशैली से अनूठी छाप छोड़ी है। भाजपा सरकार के दौरान डेढ दर्जन से ज्यादा विभागों दायित्व संभालने का वृहद अनुभव उनके पास है। सत्ता और संगठन ने उन्हें जब-जब जो दायित्व सौपा उनका उन्होंने पूरी कुशलता के साथ निर्वहन किया .भाजपा सरकार के दौरान खेल मंत्री के रूप में रायपुर में अन्तराष्ट्रीय स्टेडियम बनाना ,लोकनिर्माण मंत्री के रूप में पूरे प्रदेश में सडक़ों का जाल बिछाना,पर्यटन मंत्री के रूप में छत्तीसगढ़ को अंतराष्ट्रीय पर्यटन के नक्शे में पर लाना, और संस्कृति मंत्री के रूप में सिरपुर को विश्व धरोहर घोषित करना, तथा राजिम कुंभ को देश के पांचवे कुंभ के रूप में प्रतिष्ठित करना और स्कूली शिक्षा मंत्री के रूप में शिक्षा क्रांति लाना ,ये ऐसे काम है जिसे लिए बृजमोहन अग्रवाल का नाम हमेशा याद रखा जाएगा।
आज प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं है।परंतु बृजमोहन अग्रवाल लगातार सातवीं बार रायपुर दक्षिण विधानसभा से जीत दर्ज कर विधायक बने हुए हैं।