बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 10 मई। कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित साप्ताहिक कलेक्टर जनदर्शन कार्यक्रम में जिले के विभिन्न स्थानों से पहुँचे लोगों से मुलाकात कर उनके मांगों एवं समस्याओं के संबंध में जानकारी ली।
जनदर्शन में जिले के डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम भण्डेरा निवासी दिव्यांग युवक चंद्रेशखर डहरिया के परिजनों ने कलेक्टर श्री शर्मा से मुलाकात कर चंद्रशेखर के शारीरिक परेशानियों को देखते हुए उन्हें व्हील चेयर प्रदान करने की मांग की। कलेक्टर श्री शर्मा ने इसे त्वरित संज्ञान में लेते हुए दिव्यांग युवक चंद्रशेखर को तत्काल व्हील चेयर प्रदान किया।
इस दौरान श्री शर्मा ने पूरी संवेदनशीलता के साथ दिव्यांग चंद्रशेखर एवं परिजनों से बातचीत कर उनका हालचाल पुछा। कलेक्टर से भेंट करने के तत्काल बाद व्हील चेयर मिलने से दिव्यांग चंद्रशेखर एवं उनके परिजनों के चेहरे पर प्रसन्नता का भाव नजर आ रहा था। दिव्यांग चंद्रशेखर के पिता सियादास ने बताया कि आज से दो वर्ष पहले नाली में गिरने से चंद्रशेखर के दोनों पैर टूट जाने से वह चलने-फिरने में बिलकुल भी असमर्थ है।
उन्होंने कहा कि आज कलेक्टर कुलदीप शर्मा के द्वारा उनके समस्याओं को सुनकर तत्काल व्हील चेयर प्रदान करने से उनके पुत्र की बहुत बड़ी समस्या का निराकरण हुआ है। इसके लिए उन्होंने कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा एवं जिला प्रशासन को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया।
जनदर्शन में बालोद विकासखण्ड के ओरमा निवासी चंद्रमुखी बाई ने कुम्हार चाक प्रदान करने की मांग की, गुरूर विकासखण्ड के कुंदनी निवासी जीवन लाल ने अपने गांव में ईमली झाड़ की अवैध कटाई करने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की। डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम दारागांव निवासी दीपक पटेल ने जाति प्रमाण पत्र बनाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया।
गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम बेलटिकरी निवासी श्रीमती मधु टंडन ने राशन कार्ड बनाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया। उल्लेखनीय है कि जनदर्शन कार्यक्रम में आज जिले के सुदूर अंचलों एवं विभिन्न स्थानों से बड़ी संख्या में लोग अपने मांगों एवं समस्याओं के निराकरण हेतु कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा से मुलाकात करने पहुंचे थे। कलेक्टर श्री शर्मा जनदर्शन में पहुंचे सभी लोगों से बारी-बारी से मुलाकात कर पूरी संवेदनशीलता के साथ उनके मांगों एवं समस्याओं को सुना। श्री शर्मा ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को तलब कर उनके आवेदनों के निराकरण हेतु त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।