बालोद
फिर कोरे कागज में निंदा, अचानक आया लेटर पैड, भाजपा में हडक़ंप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 5 जून। भारतीय जनता पार्टी गुरुर मंडल के एक कार्यकर्ता और जनपद पंचायत सदस्य संध्या साहू के पति, छोटे से कार्यकर्ता अजेंद्र साहू द्वारा सांसद स्वेच्छानुदान राशि कुछ लेने का मामला सामने आया है। हालांकि जिस गरीब महिला पुष्पा नागवंशी से यह पैसा लिया गया है, उसका एक वीडियो भाजपाइयों द्वारा वायरल किया गया था कि उस महिला ने खुशी-खुशी अपनी इच्छा से अजेंद्र साहू को देने के लिए दिया गया था।
इस मामले के उजागर और आरोपों के बीच भाजपा मण्डल अध्यक्ष कौशल साहू, ईशा प्रकाश साहू, मेहतर नेताम और नंदकिशोर शर्मा के हस्ताक्षर युक्त एक कापी वायरल हुआ, जिसमें इसे षड्यंत्र कहते हुए अजेंद्र साहू को क्लीन चिट दे दिया गया अब नया मामला सामने आ रहा है कि मंडल कार्यालय में जो निंदा प्रस्ताव जारी किया गया था, वह एक कोरे कागज में किया गया था, जिसके बाद इसमें किसी ने भाजपा मंडल का लेटर पैड चिपका कर इसे वायरल कर दिया अब मंडल अध्यक्ष कह रहे हैं कि लेटर पैड किसने लगाया हम नहीं जानते, वहीं सरपंच मोतीराम देवांगन ने भी कहा कि महिला ने 1000 रुपए दिए तो हैं, परंतु क्यों दिए यह में कह नहीं सकता।
सीईओ तहसीलदार जारी करते हैं राशि - सांसद
पूरे मामले में सांसद मोहन मांडवी से जब जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि स्वेच्छा अनुदान की राशि तहसीलदार और सीईओ के माध्यम से जारी होती है, और उन्हीं के माध्यम से हस्तांतरित भी होता है। संसद के जवाब से हम संतुष्ट है, परंतु इस पर सवाल यह उठता है कि आखिर अधिकारी इन्हें जारी करते हैं तो इन छोटे-छोटे नेता और सरपंचों के पास यह चेक कहां से पहुंचता है, जिनके एवज में ग्राहियों से पैसे की मांग की जाती है, यह भी बड़ा सवाल है।
हमने कोरा कागज में किया था निंदा प्रस्ताव
पूरे मामले में भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष कौशल साहू ने बताया कि लेनदेन संबंधित चर्चाओं के बीच हमने कुछ लोगों से पूछताछ कर सादे कोरे कागज में इस बात की निंदा की थी कि भारतीय जनता पार्टी की छवि धूमिल करने के लिए इस तरह के कृत्य और खबर फैला जा रहे हैं, परंतु उन्होंने यह भी स्वीकार की आखिर इस गुरुर मंडल के लेटर पैड लगवा कर किसने प्रसारित किया यह हम नहीं जानते हमने उन्हें व्यक्तिगत रूप से लिखकर दिया था।
सरपंच का कहना पैसा लेना गलत
पूरे मामले में सरपंच मोती राम देवांगन ने कहा कि अजेंद्र साहू मुझसे पैसे उधार लेते रहता है और वो गरीब महिला जिसकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब है, वो मेरे यहां काम करती है उसका नाम पुष्पा नागवंशी है। वह महिला मेरे घर काम करने आती है तो एक दिन उसने मुझे 1000 दिए और कहा कि इस राजेंद्र साहू को दे देना मुझे नहीं पता कि उसने उसे पैसे क्यों दिए वह गरीब महिला है उसका जीवन यापन बड़ी मुश्किल से होता है। अगर उसने स्वेच्छा से भी अरविंद साहू को पैसे दिए हैं तो यह गलत है क्योंकि हम उसकी वास्तविक स्थिति को जानते हैं।
सस्ते नेताओं के सस्ते जूते
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक हितग्राही जो जूते का व्यापार करता है, उससे चेक देने के एवज में सस्ते युवा मोर्चा नेता ने सस्ते जूते की मांग की थी, हालांकि यह बात को बंद कमरे में यह बात स्पष्ट हुई है पर मामला दब गया अब इस बात की। जमकर चर्चा है कि सांसद मोहन मंडावी के नाम पर कहां कहां कितने पैसे लिए गए हैं, और किन गरीबों के हक के पैसे मारकर नेतागिरी चमकाई जा रही है।