गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 16 जून। कुर्रा से राजिम पुल तक फोरलेन सडक़ चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। सडक़ निर्माण में मार्ग के दोनों ओर आ रही मकानों को तोड़ा जा रहा है। वहीं नवापारा शहर में खोलीपारा वार्ड क्र. 2 में रेलवे क्रासिंग के पास गैंद लाल निषाद के मकान को चौड़ीकरण करने के तोड़ा गया है, लेकिन इसके एवज में पीडि़त परिवार को कोई मुआवजा नहीं मिला है।
मुआवजे को लेकर पीडि़त दर-दर भटक रहा है। उन्होंने सरकार से मुआवजा की मांग किया है। पीडि़त गैंदलाल निषाद ने बताया कि वह पिछले 45 वर्ष से रेलवे क्रासिग के पास घर बनाकर अपने परिवार के साथ रहता है। मकान से लगा हुआ छोटा सा किराना दुकान संचालित कर परिवार का पालन पोषण करता है।
उन्होंने बताया कि फोरलेन व चौड़ीकरण में मेरा मकान व दुकान पूर्णता प्रभावित हो गया जिससे मेरे समक्ष जीविको पार्जन व आवास की विषम समस्या पैदा हो गया है। उस मकान का टैक्स व सभी अन्य कर शुरू से नगर पालिका में पीडि़त के द्वारा जमा किया जाता रहा है।
गैंदलाल ने बताया कि उसे जोगी शासन काल में मकान का पटटा भी प्रदान किया गया है, लेकिन मकान को तोडऩे के बाद उसे कोई मुआवजा नहीं मिला है। जबकि सरकार कहती हैं जो परिवार 10 वर्ष तक सरकारी जमीन पर घर बनाकर अपने परिवार के साथ रहते हैं, तो आजीवन उन पर उनका अधिकार रहेगा अगर चौड़ीकरण में इनका घर आता हैं तो उन्हें उचित मुआवज दिया जायेगा। लेकिन उन्हें कोई मुआवजा नहीं मिला है। उन्होंने सरकार से मांग किया है कि उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए।