कोण्डागांव
हादसे से बचाने रेडियम कॉलर भी लगाया
कोण्डागांव, 24 जून। पशुधन विकास विभाग द्वारा लंपी बीमारी के रोकथाम एवं बचाव हेतु निरंतर प्रयास किए जा रहे हंै। इसी कड़ी में सूचना मिलते ही लंपी बीमारी से ग्रसित आवारा पशु का पशुविभाग ने उपचार किया।
शनिवार को सोशल मीडिया द्वारा कोण्डागांव बस स्टैंड के आस-पास लंपी बीमारी से ग्रसित पशु देखे जाने की सूचना प्राप्त हुई। जिस पर डॉ. दीपिका प्रभारी चल पशुचिकित्सा इकाई एवं डॉ. ढालेश्वरी तथा नगरपालिका कोण्डागांव के संयुक्त तत्वावधान में 4 आवारा संक्रमित पशुओं का उपचार किया गया एवं नगर के सभी वार्डों में भ्रमण एवं सर्विलेंस कर संक्रमित पशुओं की जानकारी ली गई। इसके अतिरिक्त 15 आवारा पशुओं को दुर्घटना से बचाने हेतु रेडियम कॉलर भी लगाया गया।
ज्ञात हो कि अब तक 640 लंपी रोग से ग्रसित पशुओं का सफल उपचार कर उन्हें पूर्ण रूप से ठीक किए जा चुका है तथा वर्तमान में जिले में 16 सक्रिय प्रकरणों का उपचार जारी है। जिले में अब तक 201210 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है एवं वर्तमान में भी समस्त शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण कार्य जारी है। इसके लिए अंतरराज्यीय सीमा पर बसे ग्रामों में शत प्रतिशत टीकाकरण किया गया है और ऐसे क्षेत्र जहां प्रभावित पशु मिले हैं वहां पर दवाइयों के छिडक़ाव के साथ शत प्रतिशत पशुओं की जांच कर टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है।
साथ ही मोबाइल एंबुलेंस यूनिट को तैनात कर लगातार आवारा पशुओं की भी जांच की जा रही है। नगरपालिका के साथ मिलकर पशु चिकित्सक दल द्वारा लगातार आवारा पशुओं की खोज कर उनका उपचार भी किया जा रहा है।
पशु चिकित्सा विभाग ने समस्त पशुपालकों से अपील की है कि बारिश में बीमारी बढऩे की आशंका को देखते हुए मानसूनी बीमारियों के साथ साथ लंपी बीमारी से बचाव हेतु अपने पशुओं का टीकाकरण अवश्य करवाएं।