गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 27 जुलाई। भाजपा जिला मीडिया के सह प्रभारी ने प्रदेश सरकार पर संविदा, अनियमित और दैनिक वेतनभोगी कर्मियों को नियमित ना करने पर कहा कि नौकरी देने का वादा करके सत्ता में आई कांग्रेस अब नोटिस देने लगी है। श्री साहू ने एस्मा लागू कर हड़ताली कर्मचारियों पर कार्रवाई करने को अन्यायपूर्ण बताया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने इन कर्मचारियों में फूट डालने के लिए वेतन वृद्धि की घोषणा की है, जबकि सरकार अच्छी तरह जानती है कि हजारों हड़ताली कर्मचारियों में से महज दो-तीन हजार पे बैंड कर्मचारियों को ही इसका लाभ मिलेगा। अपने जन घोषणापत्र में संविदा, अनियमित और दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था। पाँच वर्ष का पूरा कार्यकाल बीतने को है, लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया। प्रदेश सरकार ने तो कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ अपने पूरे कार्यकाल में केवल और केवल छलावा ही किया है। केंद्र सरकार के समान महंगाई भत्ता और टीए-डीए देने की घोषणा करने में भी इस सरकार को पौने पांच साल लग गए।
सरकार पर तंज कसते हुए नेहरू साहू ने कहा ने कहा कि आज सरकार को अपना वादा याद दिलाने और अपने साथ इंसाफ के लिए हजारों कर्मचारी जब हड़ताल करने को विवश हैं। तब आपातकाल के विचार से पोषित कांग्रेस को यह भी गवारा नहीं है कि कर्मचारी उसके खिलाफ आवाज उठाएँ। नियमितीकरण का वादा करके सत्ता में आई कांग्रेस अब इन कर्मचारियों पर एस्मा कानून के तहत कार्रवाई का मन बना रही है, उन्हें धमका रही है।
कांग्रेस की यह फितरत रही है। एस्मा जैसे नियम लागू कर इन कर्मचारियों पर कार्रवाई करना अन्यायपूर्ण है। कर्मचारियों-अधिकारियों को सब्जबाग दिखाने के बाद उन्हीं पर अलोकतांत्रिक ढंग से दमनात्मक कार्रवाई करना ही इस सरकार की कुल जमा उपलब्धि रही है। इससे पहले पटवारियों की हड़ताल के समय भी सरकार ने इसी तरह धमकी देने का प्रयास किया था। साहू ने कहा कि कर्मचारियों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करके उनका समाधान करने के बजाय प्रदेश सरकार संवेदनहीनता की पराकाष्ठा कर रही है।