राजनांदगांव
बिना स्रोत प्रमाण पत्र के कीटनाशी बेचने पर दुकान सील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 अगस्त। कृषि विभाग द्वारा जिला स्तरीय एवं विकासखंड स्तरीय निरीक्षण दल का गठन कर लगातार दुकानों में दबिश दी जा रही है। इसी कड़ी में जिले के राजनांदगांव, डोंगरगांव और डोंगरगढ़ विकासखंड में प्रशासन एवं विभाग की टीम ने छापेमारी की। जिसमें राजनांदगांव के सुजल कृषि केन्द्र में बिना स्रोत प्रमाण पत्र के उर्वरक विक्रय करते पाए जाने पर विक्रय पर प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही एक्सपायरी कीटनाशकों को दुकान में प्रदर्शित करते पाए जाने पर जब्ती की कार्रवाई और कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, वहीं गुप्ता कृषि वस्तु भंडार एवं फर्टिलाईजर में पीओएस मशीन में उर्वरक स्कंध के मिलान नहीं होने पर नोटिस जारी किया गया है।
डोंगरगढ़ विकासखंड के मुसराकला में कृषि विभाग को बिना नाम के व्यवसाय परिसर में कीटनाशी विक्रय करने वाले बेनामी संस्था की जानकारी मिलने पर संस्था को सीलबंद किया गया एवं आगामी कार्रवाई हेतु जांच प्रतिवेदन जिला दंडाधिकारी को प्रस्तुत किया गया है। इसी प्रकार डोंगरगांव विकासखंड के विद्याश्री कृषि केन्द्र में बिना स्त्रोत प्रमाण पत्र के कीटनाशक विक्रय और रसीद बिल नहीं पाये जाने पर सामग्री जप्ती की कार्रवाई हुई है। इसके अलावा दिन भर चली कार्रवाई में अलग-अलग 6 निजी दुकानदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिसमें दुर्गा कृषि केन्द्र, राजनांदगांव, अरोरा कृषि केन्द्र मुसराकला, गुरूदेव कृषि केन्द्र डोंगरगांव, अन्नापूर्णा एग्रो डोंगरगांव तथा विद्याश्री कृषि केन्द्र डोंगरगांव शामिल है।
जिला स्तरीय टीम में सहायक संचालक कृंिष टीकम सिंह ठाकुर, नायब तहसीलदार रामनरेश पटेल, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी भारतभूषण देवांगन तथा उर्वरक निरीक्षक अविनाश दुबे शामिल रहे। दूसरे दल में अनुविभागीय कृषि अधिकारी संतलाल देशलहरे, उर्वरक निरीक्षक, जीवन कुमार चंद्रवंशी कृषि विकास अधिकारी तथा सुनील कुमार शर्मा, डोंगरगांव के निरीक्षण दल में उर्वरक निरीक्षक संदीप कुमार वैष्णव कृषि विकास अधिकारी तथा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी ललित कुमार साहू शामिल रहे।