खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 25 अगस्त। खैरागढ़ ब्लाक के कुकुरमुडा के अलग-अलग स्वयं सहायता समूह से गा3व के ही महिला आशा पाल पति देवराज पल ने लगभग 8-9 लाख रूपये की कर्ज लेकर फरार हो गई है। महिलाओं ने पैसा वापस दिलाने का प्रशासन से गुहार लगाई है। इसके पहले पीडि़त महिलाओ ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जहां पुलिस ने आशा पाल नामक महिला को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था। लेकिन उनके जेल जाने और छूटने से भी समस्या का हल नहीं निकला।
महिलाओं ने खैरागढ़ स्थित रेस्ट हॉउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पत्रकारों को बताया कि साल भर पहले आशा पाल ने फाइनेंस कंपनी द्वारा स्वयं सहायता समूह बनाने के बहाने साठ गाठ कर कुल 21 महिलाओ से लोन निकलवाकर खुद इस्तेमाल कर लिया। महिलाओं को झांसा देकर आरोपी महिला शुरुआत में तो किस्त खुद अदा करती रही लेकिन बाद में उसने किस्त देना बंद कर दी। पीडि़त महिलाओं ने बताया कि गांव की 21 महिलाओं के नाम से 8 से 9 लाख रुपए निकाल कर आशा पाल पति देवराजपाल फरार हो गई, तो माइक्रो फाइनेंस वाले समूह के महिलाओं को तगादा करना चालू कर दिए।
पीडि़त महिलाओं ने बताया कि अलग-अलग महिलाओं से ठगी की। जो एक दूसरे को पता नहीं था कि आशा गांव के अन्य महिलाओं से लोन लिया है।जब फाइनेंस कंपनी वसूली के लिए महिलाओं के घर पहुंचा तब पता चला की गांव के 21 महिलाओं को चुना लगा दिया है।
समूह के महिलाओं ने बताया कि आशा पाल कुछ समय तक कम्पनी से साठगांठ कर लोन पटाती रही, आशा जब लोन का किश्त पटाती थी तो उस समय जिनके नाम से लोन लिया गया है उसका कोई पूछ परख नहीं होती थी। अब आशा पाल फरार है तब माइक्रो फाइनेंस कम्पनी समूह के महिलाओं के ऊपर लोन पटाने दबाव बना रही है।
केसीजी में कई ऐसे माइक्रो फाइनेंस कंपनी डेरा डाल रखी है। जिसके पास परमिशन तक नहीं है। प्रशासन यदि माइक्रो फाइनेंस कम्पनियों की लिस्ट मगाकर बारीकी से जाँच करे तो कई कम्पनियों के ऊपर गाज गिर सकती है। महिलाओं ने इन कम्पनियों से ली है लोन -भारत फाइनेंस, ईशवंदना फाइनेंस धमधा, जना बैंक खैरागढ़,भारत इंडस्ट्रीज बैंक, आशीर्वाद बैंक, सत्या बैंक, इशाब बैंक, स्वतंत्र बैंक से महिलाओ ने लोन लिया है।
पीडि़त महिलाओं ने कलेक्टर गोपाल वर्मा से कार्यालय में मुलाकात कर मामले की पूरी जानकारी दी। महिलाओं की परेशानी को गंभीरता से देखते हुए कलेक्टर वर्मा ने मामले के आरोपी आशापाल के खिलाफ चिटफंड मामले में कार्रवाई के निर्देश देते आरोपी की संपत्ति कुर्क कर पीडि़त महिलाओं की राशि वापस दिलाने की कार्रवाई शुरू करने की निर्देश दिए। महिलाओं ने बताया कि फाइनेंस करने वाली कंपनियां रोजाना उनके घर पहुंच रही है। कई महिलाएं अपने घर की गुंडी थाली बेचकर किस्त अदा कर रही हैं। कलेक्टर ने कहा कि मामले में उचित कार्रवाई कर पीडि़त महिलाओं को राहत दिलाने का प्रयास होगा।