खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 6 सितंबर। ग्राम पंचायत संडी में पशु प्रजनन एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पशु मालिकों को पशुपालन संबंधी विभिन्न प्रकार की जानकारी, पशुपालन से आय में वृद्धि सहित अन्य जानकारी देते 160 पशुओं का नि:शुल्क इलाज करते पशुपालकों को इंडियन एमेन्युलाजीकल कम्पनी द्वारा नि:शुल्क दवाई का वितरण मंच पर किया गया।
बता दे कि पशुचिकित्सा विभाग के प्रयास से दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय अंजोरा दुर्ग द्वारा केंद्र एवं राज्य सरकार के सहयोग से पशु प्रजनन शिविर व जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। उक्त कार्यक्रम सुबह 7 से शाम 5 बजे तक चला।
कार्यक्रम में आयुक्त व कलेक्टर गोपाल वर्मा सहित अन्य अधिकारियों को सम्मलित होना था, पर किन्ही आवश्यक कार्यो के वजह से उनकी उपस्थिति नहीं हो पाई। हालांकि कार्यक्रम के दौरान 160 पशुओं का इलाज किया गया।
विश्वविद्यालय की टीम एवं पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने पशुमालिकों को पशुपालन से संबंधित बारीक से बारीक विभिन्न जानकारी मंच के माध्यम से देते हुए बताये की पशुओ से कैसे आय में वृद्धि होगी, दुग्ध उत्पादन को कैसे बढ़ाया जा सकता है, पशुओं में आने वाले बीमारियों की पहचान कैसे करे, पशुओं में आये बीमारियों का तुरन्त निदान पशु विभाग से मिलकर कैसे करे, अच्छे नस्ल की गाय पालने के फायदे एवं गाय के उन्नत नस्लों के प्रकार जिसमें साहीवाल रेड सिंगी एजर्सी एवं अन्य उन्नत नस्ल है।
साथ ही बताये कि हर बार मवेशी केवल बछिया पैदा करे इसका उपाय है इसके लिए आपको पशुविभाग से जानकारी मिल जाएगी। पशुओं को अच्छी खाना खिलाये जैसे हरा घास, सूखा आहार जिसमें चना चुन्नी, कोढ़हा, दाना मिलाकर खिलाये इससे पशुओं का सही विकास होता है। गाय का दूध अगर नहीं बिक रहा है तो इसे घर पर उपयोग कर सकते है, जिससे घर के सभी सदस्य स्वथ्य रहेंगे कुपोषण हटेगा बीमारी घटेगा और इलाज में आने वाले खर्च में बचत होगी।
गांव के बछड़े बछिया को गाय का प्रारंभिक दूध को अच्छे से पीने दो जिससे बछिया हष्ट-पुश्त होगा और गर्भ क्षमता बढ़ेगी। साथ ही अपील किया गया कि मवेशियों को रोग से बचाने के लिए सभी प्रकार के टीके अवश्य लगवाए। पूरे कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय से डॉ एमके अवस्थी, डॉ संजय साकया उपस्थित रहे थे। साथ ही राजनांदगांव से डॉ एन के केसरिया, डॉक्टर फनेश्वर साहू उपस्थित रहे थे। पशुचिकित्सालय से तुषान्त रामटेके एवं गंडई पशुचिकित्सालय से डॉक्टर संदीप इंदुल्कर सहित गाव के सरपंच कैलाश जंघेल, मां बमलेश्वर स्व सहायता समूह की महिलाएं एवं बड़ी संख्या में पशु पालक उपस्थित रहे थे।