रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 सितंबर। स्वास्थ्य विभाग के रिटायर कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग और वित्त विभाग के आपसी खींच तान तथा निर्णय लेने में अनावश्यक विलम्ब के परेशान है। हाईकोर्ट के आदेश पर भी प्रकरण पर विभागों के बीच तालमेल के अभाव में निर्णय नहीं होने के कारण प्रदेश के रिटायर स्वास्थ्य कर्मचारी अपने स्वत्वों के भुगतान को लेकर दुखी है। रविवार 10 सितम्बर 23 को हाटल बंशीवाला बिलासपुर में आयोजित स्वास्थ्य पेंशनर कल्याण संघ के सम्मेलन में पेंशनरों के समस्याओं के समाधान पर विस्तार से चर्चा की जायेगी। इस सम्मेलन में छत्तीसगढ़ राज्य संयुक्त पेंशनर फेडरेशन के प्रदेश संयोजक तथा भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ छत्तीसगढ़ प्रदेश के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र नामदेव द्वारा बिलासपुर में एक दिवसीय प्रवास पर स्वास्थ्य पेंशनर कल्याण संघ के सम्मेलन में इस मामले पर विस्तार से प्रकाश डालेंगे। उक्त जानकारी जारी विज्ञप्ति में भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ बिलासपुर जिला के अध्यक्ष राकेश जैन ने दी है।
जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी रिटायर होने के बाद विभागीय लेनदेन, ट्रेजरी में व्याप्त भ्रष्टाचार से बहुत परेशान रहते हैं। विभाग में कोई सुनने वाला नहीं है। हर स्तर पर पैसा फेक तमाशा देख वाली कहावत चरितार्थ करने वालों की कमी नहीं है। स्वास्थ्य विभाग में अनेक प्रकरण सामने आये है जिसमें 5 साल से अधिक बीत जाने के बाद पेंशन पेमेंट आर्डर (पीपीओ) जारी नहीं हुआ है। अनुमानित पेंशन देने में भी बिना भेंट पूजा कार्यवाही नहीं की जाती। इसके अलावा भी पेंशनर्स के अनेक हितकारी मुद्दों पर सम्मेलन में चर्चा होगी।