खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 15 सितंबर। प्रदेश के अशासकीय स्कूलों की मांगे इस प्रकार है। पिछले 12 वर्षों से आर.टी.ई. की राशि में कोई वृद्धि नहीं की गई है. आर.टी.ई. की राशि प्राथमिक कक्षाओं में 7000 से बढ़ाकर 15 हजार, माध्यमिक की 11,500 से बढ़ाकर 18 हजार एवं हाई और हायर सेकंडरी की अधिकतम सीमा को 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार तक किया जाए। छत्तीसगढ़ निजी विद्यालय संघ द्वारा गुरुवार को स्कूल बंद रखकर अपनी मांगों को शासन के समय रखकर धरना प्रदर्शन किया गया, जिससे निजी विद्यालय के पदाधिकारी व शिक्षकों द्वारा बड़ी संख्या में उपस्थित होकर धरना प्रदर्शन सफल बनाया। साथ ही 8 सूत्रीय मांग शासन के समक्ष रखी।
उपरोक्त मांगों पर तुरंत संज्ञान में लेकर पुरा नहीं किया गया तो छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने आंदोलन का मार्ग अपनाने का निर्णय लिया है। आन्दोलन के कारण आज 14 सितम्बर को प्रदेश के सभी स्कूल बंद रखे गएँ हैं। मांग पूरी ना होने की स्थिथि में 21 तारीख को राजधानी में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
आज के धरना के दौरान पत्रकारों ने सवाल किया कि जिले में कुछ स्कूल बिना मान्यता के संचालित हो रहे है संघ क्या कर रहा है, उनके सवालों के जवाब में संघ सचिव कृष्ण कुमार सोनी ने कहा कि इसकी जानकारी हमें नहीं थी जैसे ही जानकारी हुई जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को अवगत कराया गया है।
संघ अध्यक्ष राजेंद्र सिंह चंदेल ने उपस्थित सभी संचालकों शिक्षकों जनप्रतिनिधियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उपध्यक्ष राजेश देवांगन ने संघ की मांगों को मीडिया के सामने रखा। संघ के धरना के बाद रैली निकाल कर अपनी मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम एडीएम खैरागढ़ को सौंपा।
इस अवसर पर बृजेश श्रीवास्तव, शिल्पी विश्वास, अशोक वर्मा, डॅा. अरुण भारद्वाज, देवनारायण साहू, विनय देवांगन एवं उनकी पूरी टीम भी संघ के समर्थन में उपस्थित रहे।