दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 3 अक्टूबर। जिला मुख्यालय समेत समूचा दंतेवाड़ा मंगलवार को बस्तर बंद के दौरान बंद रहा। इस दौरान अति आवश्यक सेवाओं को छोडक़र सभी दुकान पूर्णतया बंद रही।
उल्लेखनीय है कि सर्व आदिवासी समाज बस्तर संभाग द्वारा मंगलवार को बस्तर बंद की अपील की गई थी। इसका उद्देश्य केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध कराना था। इनमें मुख्य रूप से सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण का विरोध किया जाना प्रमुख था। इसके साथ ही स्थानीय भर्ती को प्राथमिकता दिया जाना भी शामिल था।
जिला मुख्यालय में समस्त व्यापारिक प्रतिष्ठानों में मंगलवार सुबह से ताले लटके रह रहे। इनमें होटल भी शामिल रहे। इसके फलस्वरुप जिला मुख्यालय आने वाले नागरिकों को नाश्ते के लिए भी भटकना पड़ा।
दोपहर के बाद मिली राहत
मंगलवार दोपहर 2 बजे के बाद दुकानों के खुलने का क्रम शुरू हुआ। इसके उपरांत नागरिकों को दैनिक उपयोग की सामग्रियां मिल सकी।
अप्रिय वारदात नहीं
इस विषय में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार बर्मन ने ‘छत्तीसगढ़’को बताया कि दंतेवाड़ा में बस्तर बंद पूरी तरह शांत रहा।व्यापारिक प्रतिष्ठान पूर्ण रूप से बंद रहे। पुलिस दल पूर्णतया सतर्क थे। किसी प्रकार की विवाद की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई।