खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
शुक्रवार को होगा कुलपति का घेराव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 5 अक्टूबर। रानी विभा देवव्रत सिंह ने 2 अक्टूबर को राजधानी रायपुर में राज्यपाल से मिलकर उन्हें खैरागढ़ नगरवासियों की जन भावनाओं से अवगत कराया और कहा कि इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय एशिया का पहले संगीत विश्वविद्यालय होने के साथ-साथ खैरागढ़ की पहचान है। कला संगीत उत्थान के लिए राज्य परिवार ने विश्वविद्यालय की स्थापना करने अपना राजमहल और जमीन दान में दिया जो सिर्फ राज परिवार के लिए नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र की जनता को भी गौरवान्वित करता है।
रानी विभा सिंह ने कहा लेकिन इस विश्वविद्यालय का रायपुर में गैर जरूरी तरीके से आफ कैंपस स्टडी सेंटर खोले जाने से नगर वासियों की जन भावना ही नहीं बल्कि दान दाता परिवार की भावनाएं भी आहत हो रही है। विभा सिंह ने राज्यपाल को बताया कि केंद्र खोलने के निर्णय से पहले विश्वविद्यालय प्रशासन ने दानदाता परिवार के किसी भी सदस्य से विचार विमर्श करने की जहमत नहीं उठाई और आनन-फानन में तैयारी कर सेंटर खोल दिया, जिसके चलते विश्वविद्यालय प्रशासन का गुप्त निर्णय अनेक शंकाओं को जन्म दे रहा है।
मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी पत्र में भी आगामीआदेश तक केंद्र में प्रवेश प्रक्रिया बंद करने कहा गया है। यह आदेश भी संचय की स्थिति उत्पन्न करता है, क्योंकि जन भावनाएं उक्त केंद्र को पूरी तरह से बंद करने की है।
श्रीमती सिंह ने ऑफ कैंपस स्टडी सेंटर में प्रवेश प्रक्रिया स्थगित करने की जगह सेंटर खोलने के आदेश को पूरी तरह निरस्त करने का आदेश जारी करने की मांग की है। उन्होंने महामहिम से स्टडी सेंटर को बिना विलंब किए बंद करने की मांग दोहराते हुए कहा कि जन भावनाओं से जुड़ा विषय होने के चलते विश्वविद्यालय प्रशासन को सेंटर बंद करने का आदेश जारी कर आम जनता के मन में केंद्र के फिर खुलने अथवा विश्वविद्यालय के विघटन को लेकर जो संशय की स्थिति बनी हुई है उसे देखते हुए बंद का स्पष्ट आदेश जारी करना उचित होगा।
संगीत विश्वविद्यालय के आफ कैंपस स्टडी सेंटर खोलने से पूरे खैरागढ़ में बवाल मचा हुआ है। ठेठ खैरागढिय़ा बैनर तले संगीत नगरी में मशाल रैली, नगर बंद, काली पट्टी लगाकर कार्य करना,
कुलपति का पुतला दहन कर नाराजगी जाहिर करने के बाद आंदोलन के अगले चरण के तहत शुक्रवार को कुलपति कार्यालय का घेराव कर कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप कर रायपुर में खोले गए अध्ययन केंद्र को बंद करने का पुरजोर मांग किया जाएगा।