बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 14 नवंबर। जिला चिकित्सालय बलौदा बाजार कोो स्वास्थ्य केेेे क्षेत्र में उपलब्धियां प्राप्त हुई है, परंतु इन दोनों इलाज हेतुु पहुंचे मरीज को आपातकालीन परिस्थितियों मेें सोनोग्राफी की सुविधा नहीं मिल पा रही है। जिससेेेे मजबूूूूर मरीज व उनके परिजन निजी सोनोग्राफी सेंटर जानेेे में विवश हैं।
इस समस्या से ग्रामीण मरीज सर्वाधिक परेशान हैं। दूरस्थ क्षेत्र से इलाज की आस लेकर पहुंचे पर उन्हें सोनोग्राफी हेतु अतिरिक्त राशि व्यय करनी पड़ रही है। इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने इसके प्रति लापरवाह बना हुआ है।
विदित हो कि जिला चिकित्सालय में सोनोग्राफी कार्य हेतु पदस्थ महिला चिकित्सक पिछले करीब पखवाड़े भर से अवकाश पर हैै। अत: अस्पताल में सोनोग्राफी का कार्य बंद पड़ा हुआ है। चिकित्सालय में ड्यूटी पर उपस्थित चिकित्सक ने बताया कि केवल गर्भवती महिलाओं के अनुपात प्रकरण में ही जिला मुख्यालय की एक निजी अस्पताल की चिकित्सा यहां सेवा दे ने आती है। जबकि अन्य मरीजों को निजी सेंटर भेजना उनकी भी मजबूरी हैै।
सोमवार को ऐसा ही परिस्थितियों में 24 वर्षी युवक को गुजरना पड़ा। जब पेट में असहनीय दर्द से परेशान युवक इलाज हेतु अस्पताल पहुंचा तो प्राथमिक उपचार उपरांत आगे के उपचार हेतु पेट के सोनोग्राफी की आवश्यकता थी। उपस्थिति चिकित्सक ने सोनोग्राफी कार्य हेतु चिकित्सा के न होने की वजह से निजी सोनोग्राफी सेंटर में जाने कहा गया।
परेशान परिजनों ने अन्य कोई उपाय न होता देखकर किसी तरह रूपों का इंतजाम कर उसे निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया। ऐसे ही दर्जनों मरीज पिछले 15 20 दिनों से परेशान हंै।