बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 23 नवंबर। जिले में पुरूष नसबंदी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 21 नवम्बर से 4 दिसम्बर तक पुरूष नसबंदी पखवाड़ा आयोजित किया गया। यह पखवाड़ा दो चरणों मे अयोजित किया जाएगा।
छोटा परिवार खुशहाल परिवार के संदेश को जिला बेमेतरा के लोग साकार कर रहे है। एक निश्चित पैमाने पर जनसंख्या समाज की उपलब्धि है। पहला चरण मोबलाईजेशन एवं द्वितीय चरण सेवा वितरण चरण के रूप में मनाया जाएगा। गांव-गांव में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा ‘‘मोर मितान मोर संगवारी’’ सम्मेलन के माध्यम से पुरूष नसबंदी पखवाड़ा को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
इस बार पुरूष नसबंदी पखवाड़े को ‘‘स्वस्थ मां, स्वस्थ बच्चा, जब पति का हो परिवार नियोजन में योगदान अच्छा’’ की थीम पर मनाया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गणेशलाल टंडन के द्वारा जागरूकता हेतु सारथी रथ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया।
डॉ. टंडन ने बताया कि पुरूष नसबंदी में मात्र 10 मिनट का समय लगता है एवं नसबंदी के तुरंत बाद घर जा सकते है। पुरूष नसबंदी के पश्चात् सामान्य कार्य प्रारंभ कर सकते है। जिला बेमेतरा में पखवाड़े के दौरान जिला चिकित्सालय बेमेतरा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेरला एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खंडसरा में पुरूष नसबंदी ऑपरेशन की सुविधा प्रदान की जाएगी जिसके लिए जिले के बाहर से सर्जन उपलब्ध रहेंगे। पखवाड़े के दौरान अधिक से अधिक संख्या में हितग्राही को लेकर आने एवं जागरूकता के उद्देश्य से मोर मितान मोर संगवारी चौपाल के माध्यम से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ द्वारा लक्ष्य दंपत्ति की ग्रामवार सूची तैयार कर आयोजन किया जा रहा है। जिला सलाहकार परिवार कल्याण शोभिका गजपाल ने बताया कि पुरूष नसबंदी के पश्चात् हितग्राही के खाते में प्रोत्साहन राशि के रूप में 3 हजार रुपए दिये जाते है एवं प्रेरक को 300 रुपए दिये जाते है। पुरूष नसबंदी सरल, सुरक्षित और आसान विधि है, इसलिए योग्य और इच्छुक लाभार्थी आगे आकर इस विधि का चुनाव करें और लाभ उठायें।