बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 25 नवंबर। शहर के सिरवाबांधा रोड स्कूल के पास एकादशी पर गौरा गौरी का तेल हल्दी चढ़ाने के बाद बाजे-गाजे के साथ बारात निकाली गई। शिव जी के बारात में बालिका अखाड़ा की टीम ने प्रदर्शन किया। बारात स्वागत के बाद पं. द्वारा विवाह संपन्न कराया गया। बिदाई के बाद सुबह विसर्जन के लिए शोभायात्रा निकाली गयी जो शहर के पुरानी बस्ती, गौरी गौरा चौक, माता भद्रकाली मंदिर, मुख्यमार्ग होते हुए नया बस स्टैंड से होते हुए बाधा तालाब पहुंचे जहां पर विर्सजन किया गया। समिति के चतुर चंद्राकर, मेधु वर्मा, दिलेश्वर साहू, डॉ. अशोक सारथी, भुंडी वर्मा, हेमन्त पटेल, यानेश साहू, महराज व अन्य सदस्य शामिल रहे।
नगर के अलावा गांवों में भी उत्सव मनाया गया। बाजार पारा, कचहरी चौक, पांडे तालाब, किसान वार्ड, नया पारा, हाईस्कूल के करीब सहित 20 से अधिक स्थलों पर गौरा-गौरी विवाह विधि विधान से संपन्न कराया गया। इस दौरान सभी तरह के वैवाहिक कार्य को किया गया। जिसके बाद गुरूवार की सुबह समितियों द्वारा परंपरागत तरीके से नगर में कलश यात्रा निकाली गई। बाजा-गाजा सहित नगर के पुराने तालाब में विसर्जन किया गया। विसर्जन के दौरान सभी वर्ग व आयु के लोग मौजूद थे। यात्रा के दैारान भक्तो ने दर्शन कर पूजा अर्चना किए।
देवउठनी एकादशी के साथ ही शहर के विभिन्न रहवासी इलाके में गौरा-गौरी विवाह विधि विधान से संपन्न कराया गया। इस अवसर पर शिव जी की बारात निकाली गई। शुक्रवार को स्थानीय पिकरी तालाब में सभी समितियों द्वारा गंगा विर्सजन किया गया। देवउठनी एकादशी की रात में नगर के विभिन्न स्थलों पर गौरा-गौरी विवाह उत्सव मनाया गया। इसके बाद परंपरागत देशज बाजा आकर्षण का केन्द्र बना रहा।