बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 30 दिसंबर। पुलिस महानिरीक्षक अजय यादव ने रेंज के पुलिस अधीक्षकों की वर्चुअल बैठक लेकर लंबित गंभीर अपराधों और दोषसिद्धि की समीक्षा की। उन्होंने गुमशुदा बच्चों की अधिक से अधिक बरामदगी के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया।
आईजी यादव के समक्ष बताया गया कि अक्टूबर नवंबर में दोषसिद्धि का प्रतिशत 38 और 39 के आसपास रहा है। अधिकांश मामलों में विवेचना में कमी पाई गई। अभियोजन की ओर से भी त्रुटियां सामने आई। कुछ मामलों में गवाह पक्षद्रोही हो गए। इन त्रुटियों के लिए जिम्मेदारों पर दंडात्मक कार्रवाई के लिए उन्होंने निर्देश दिया। पुलिस अधीक्षकों को आईजी ने भविष्य में अभियोजन और विवेचना को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया।
आईजी ने गुमशुदा बालक बालिकाओं की बरामदगी के लिए जिलों में विशेष टीम गठित कर अभियान चलाने का निर्देश दिया। बिलासपुर और कोरबा की पुलिस टीमों की उन्होंने सराहना की, जिन्होंने गुमशुदा बच्चों महिलाओं पुरुषों की तलाश में अच्छा प्रदर्शन किया है।
उन्होंने नए वर्ष को देखते हुए कानून व्यवस्था की स्थिति सुदृढ़ रखने की जरूरत बताते हुए कहा कि अवांछित तत्वों पर प्रभावी कार्रवाई करें।
बैठक में बिलासपुर एसपी संतोष सिंह जांजगीर एसपी विजय अग्रवाल, सक्ती एसपी एमआर आहिरे, एसपी जितेंद्र शुक्ला, मुंगेली एसपी चंद्र मोहन सिंह, संबंधित जिलों के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभियोजन अधिकारी व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।