बस्तर
छोडऩे की मांग, थाना घेराव की चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 15 जनवरी। नारायणपुर और कांकेर जिले के बीच जंगल में बसे बिनागुण्डा गांव में आदिवासियों ने पुलिस बलों पर मारपीट का आरोप लगाया है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सोमवार की सुबह गांववालों को घेरकर पुलिस वालों ने पीटा और 6 लोगों को हिरासत में लिया है। छोटे बच्चों को लेकर आदिवासी महिलाएं बेचाघाट में एकजुट हुई हैं। वहां से छोटेबेठिया में थाना घेराव करने की चेतावनी दी है।
उन्होंने आरोप लगाते बताया कि नक्सलियों के खिलाफ सर्चिंग अभियान पर आए पुलिस जवानों ने महिलाओं के साथ मारपीट की और बिनागुण्डा के 6 आदिवासियों को पकड़ के अपने साथ ले गई है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सोमवार की सुबह गांववालों को घेरकर पुलिस वालों ने पीटा और 6 लोगों को हिरासत में लिया है।
अपने साथ छोटे बच्चों को लेकर आदिवासी महिलाएं बेचाघाट में एकजुट हुई हैं। वहां से छोटेबेठिया में थाना घेराव करने की चेतावनी दी है। बिनागुण्डा के ग्रामीण, पुलिस से आदिवासियों को छोडऩे की मांग कर रहे हैं। बिनागुण्डा के 5 और कोंगे गांव का एक ग्रामीण को पुलिस ने पकड़ा है।
पुलिस की हिरासत में बिनागुण्डा के सुरेश नुरूटी, आयतु नुरूटी, कटिया पदा, बुधु पदा, सुकलु पदा और कोंगे गांव के मोनो हिचामी शामिल हैं। यह जानकारी बस्तर के कुछ पत्रकारों ने ‘छत्तीसगढ़’ को भेजी है। इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।