बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21 जनवरी। डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस दौरान विश्वविद्यालय के पांच गोद ग्रामों की आदिवासी महिलाओं, स्वयं सहायता समूहों व किसानों को हर्बल उत्पादन, वन औषधि प्रसंस्करण की जानकारी दी गई। यह आयोजन ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग एवं उन्नत भारत अभियान के तहत आयोजित किया गया था।
कुलसचिव गौरव शुक्ला ने बताया, कि सीवीआरयू निरंतर उद्यमिता के क्षेत्र में कार्य कर रहा है और आदिवासी अंचल में लोगों को प्रशिक्षित कर उन्हें स्वरोजगार के लिए प्रेरित कर रहा है। इसी क्रम में बीते तीन दिनों 110 महिलाओं तथा गोद ग्राम जोगीपुर के उमरमारा और नवापारा के 10 महिला स्व सहायता समूह को विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर च्यवनप्राश, हर्बल साबुन,हर्बल हैंड वॉश, हर्बल कैंडी, आंवला कैंडी, कोदो कुटकी प्रसंस्करण के बारे में जानकारी दी गई।
इस दौरान गोद ग्रामों में भी कार्यक्रम रखे गए। विभाग के अध्यक्ष डॉ. अनुपम तिवारी ने कहा कि आदिवासी महिलाओं की भागीदारी बहुत अच्छी रहती है। हम निरंतर महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित कर रहे हैं। अनेक लोगों ने स्वरोजगार भी स्थापित किया है।