गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 22 जनवरी। छत्तीसगढ़ का हृदय स्थल धर्मनगरी प्रयागराज राजिम के त्रिवेणी संगम इन दिनों अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है।
लोगों की आस्था का केंद्र त्रिवेणी संगम में धर्म,कर्म,मोक्ष, पूर्ण स्नान के लिए लोग आते हैं,लेकिन यहां के स्थिति को देख श्रृद्धालुओ की चिंता बढ़ जाती है। जिधर देखो गंदगी,जलकुंभी से आलम है।
मंदिरों की नगरी राजिम में जनवरी माह में मुख्यमंत्री सहित मंत्री, विधायक भी आए। यहां तक की कलेक्टर गरियाबंद भी 19 जनवरी शुक्रवार को आए। लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधियों ने त्रिवेणी संगम पर उग आए जलकुंभी एवं गंदगी जानकारी नहीं दी।
नववर्ष, राजिम भक्तिन माता जयंती, मकर संक्रांति बीती, लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि ने त्रिवेणी संगम की सफाई पर किसी ने ध्यान नहीं दी।बताना जरूरी है कि ये छत्तीसगढ़ का प्रयागराज है। जहां पिंडदान के अलावा लोग त्रिवेणी संगम में स्नान कर पुण्य प्राप्त करते हैं। वर्तमान में त्रिवेणी संगम स्थिति को देखकर बाहर से आए श्रद्धालुगण दूर से ही नमस्कार कर लेते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आह्वान पर 14 जनवरी से लेकर 21 जनवरी तक जनप्रतिनिधियों व आमजनों ने मंदिरों की साफ-सफाई की। वहीं इसी तरह त्रिवेणी संगम की सफाई की भी जरुरत है।
24 फरवरी से राजिम कल्प कुंभ का आयोजन होने में एक माह और दो दिन शेष है, हर साल मेला के पूर्व टास्क फोर्स समिति की बैठक में त्रिवेणी संगम की सफाई वाली मुद्दा सामने आती है, लोग सफाई की मांग करते हैं। हां में हां मिलाते हैं, लेकिन पूर्णता सफाई होती नहीं, हालात ज्यों का त्यों बनी रहती है। शायद धार्मिक न्यास,धर्मस्व एवं संस्कृति पर्यटक मंत्री को राजिम संगम की बदहाली की जानकारी नहीं है। त्रिवेणी संगम जलकुंभी से ढक गया है। उसकी साफ-सफाई तत्काल कराने की जरूरत है। अंचलवासियों ने पवित्र त्रिवेणी संगम की साफ सफाई की मांग की है।