महासमुन्द
33 स्कूल तंबाकू मुक्त हुए
जिले के 110 स्कूल-कॉलेजों को टोबेको फ ्री करने लक्ष्य निर्धारित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 21 फरवरी। जिले के शैक्षणिक संस्थाओं को तम्बाकू मुक्त करने हेतु अब मोबाइल एप्लीकेशन की मदद ली जा रही है। अब ऐप के माध्यम से स्कूल कालेजों में नशे की लत वाले विद्यार्थियों की निगरानी हो रही है। इसके लिए शासन ने टोबेको मॉनिटरिंग ऐप जारी किया है। इसके माध्यम से जिले के 110 स्कूल कालेजों को टोबेको फ्री करने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इनमे से 33 स्कूलों को टोबेको मुक्त बनाया जा चुका है। मिली जानकारी के अनुसार 13 वर्ष से 15 वर्ष आयु समूह के बच्चे तम्बाकू के नशे की चपेट में आ चुके हैं। जिले की एक बड़ी आबादी तम्बाकू का उपयोग करती है। उक्त जानकारी मेघा ताम्रकार, साइकोलॉजिस्ट नशा मुक्ति केंद्र, मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल महासमुंद ने दी है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक स्कूल-कॉलेज के छात्रों में ई.सिगरेट का चलन इस भी बढ़ता जा रहा है। अभी छात्रों में ई. सिगरेट के दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी नहीं है। हुक्का बार व ई.सिगरेट पर भी तन प्रतिबंध के लिए कानून बनाया गया है। इसके तहत विभाग स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाकर स्कूली बच्चों को नशे के विरुद्ध जागरूक कर रहा है। स्कूलों में कोटपा एक्ट 2003, कोटपा छत्तीसगढ़ संशोधन अधिनियम 2021 हुक्का बार कानून एवं ई.सिगरेट प्रतिबंध अधिनियम 2019 के प्रावधानों की विशेष व जानकारी दी जा रही है।
स्कूलों को तंबाकू फ्री करने स्वास्थ्य विभाग ने टोबैको मॉनीटरिंग ऐप तैयार किया है। इस ऐप के माध्यम से सीधे स्वास्थ्य विभाग और स्कूल प्रबंधन निगरानी कर सकते हैं। इसके लिए स्कूल-कॉलेजों में सीसीटीवी की तरह इंडिकेटर लगाए जा रहे हैं। जिससे ऐप के माध्यम से मॉनीटरिंग की जा रही है। अगर कोई विद्यार्थी, शिक्षक या वहां का कर्मचारी तंबाकू खाता है तो यह इंडिकेटर प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर देगा। नियम का उल्लंघन करते पाए जाने वालों का ई.चालान काटा जाएगा। स्कूल बसों के ड्राइवर व खलासी भी इसके दायरे में आएंगे।
उल्लेखनीय है कि सभी सरक व निजी शैक्षणिक संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों के 100 गज के दायरे में आने वाले क्षेत्र में सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पादों की बिक्री पहले से ही प्रतिबंधि है।
अब इस नई पहल से तंबाकू उत्पाद क रोकने का प्रयास किया जा रहा है। शैक्षणिक संस्थानों को तंबाकू मुक्त बनाने सीएमएचओ डॉ.कुदेशिया के मार्गदर्शन में सतत स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। स्कूलों के प्राचार्य को एप डाउनलोड करने तथा इसका उपयोग करने की अपील की जा रही है। अब तक 33 स्कूलों में जागरूकता शिविर लगाकर युवाओं को जानकारी दी गई।