बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 26 फरवरी। शहर के वार्ड नंबर 11 में शनिवार-रविवार की दरमियानी रात एक घर में आग लगने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोगों को गंभीर स्थिति में रायपुर के डीकेएस सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। घर में आग लगी या लगाई गई, पुलिस अभी जांच कर रही है।
मामले की पड़ताल के लिए रविवार को मौके पर पहुंच पड़ोसियों से बातचीत में जो बात सामने आई वो हादसा कम और हत्या की ओर अधिक इशारा कर रही है।
वार्ड नंबर 11 के जिस मकान में यह घटना हुई, वहां रामसागर तालाब के पीछे है। संतोष उर्फ शानू साहू यहां अपनी मां कमलाबाई के साथ रहते थे। उनकी बहन रानू भी कुछ साल पहले ससुराल छोडक़र अपनी 7 साल की बेटी बेटी संध्या के साथ यहां आकर रहने लगी थी।
शनिवार की देर रात 1 बजे घर में मची चीख पुकार सुनकर पड़ोसी बाहर आए देखा तो शानू के घर से आग उठ रही थी। आनन-फानन में लोग घर के आसपास पहुंचे। देखा तो घर का दरवाजा बाहर से बंद था। लोगों ने दरवाजा तोड़ा। इसी बीच कुछ लोगों ने फायर ब्रिगेड को भी आगजनी की सूचना दे दी थी।
आग की लपटों से घिरे परिवार के चारों सदस्यों को बाहर निकाल कर अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने शानू को मृत घोषित कर दिया। बाकी 3 सदस्यों को इलाज के लिए फौरन रायपुर के डीकेएस अस्पताल रवाना किया गया। शानू की मां कमलाबाई ने रायपुर पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया। जबकि बहन रानू और भांजी संध्या का डीकेएस अस्पताल में इलाज जारी है।
डीकेएस अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि रानू बहुत बुरी तरह से झुलस गई है, इसलिए उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। डॉक्टर उसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं बच्ची संध्या की हालत सामान्य बताई गई।
आसामाजिक तत्वों का जमावड़ा
बलौदाबाजार के जिस इलाके में घटना हुई है, वहां नशीली सामग्रियां बिकने के साथ दूसरे गैरकानूनी काम भी होते हैं। यही वजह है कि इस इलाके में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। संवेदनशील इलाका होने के बाद भी पुलिस की पेट्रोलिंग यहां न के बराबर होती है। पड़ोसियों का कहना है कि मृतिका कमलाबाई लोगों के घरों में काम करती थी, जबकि शानू एक होटल में काम करता था। उसका किसी से कोई विवाद नहीं था।
मंत्री ने किया इलाज का इंतजाम
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री टंक राम वर्मा को जब इस घटना की जानकारी हुई तो उन्होंने फौरन डीकेएस अस्पताल में फोन कर उचित इलाज के निर्देश दिए। तहसीलदार राजू पटेल ने बताया कि मुआवजा के लिए प्रकरण बना रहे हैं।
मौके पर पहुंचे पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन ने कहा- मंत्री ने मृतक शानू और उनकी मां की अंतिम संस्कार के लिए राशि मुहैया करवाई है। शानू के परिवार में कोई और नहीं है। ऐसे में उसकी और उसकी मां की अंत्येष्टि सोमवार को मोहल्लेवालों ने की ।
एसआईटी करेगी जांच
बलौदाबाजार एसपी ने घटना को देखते हुए जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन के टीम बना दी है। इसके अलावा रविवार को ही मामले की जांच के लिए फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई थी। घंटे की पड़ताल में टीम ने सभी बिंदुओं पर जांच की है। इधर एसआईटी ने भी मामले में जांच शुरू कर दी है।
किसी ने आग लगाई थी
कमलाबाई को शनिवार की देर रात गंभीर स्थिति में इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया था यहां उसने मरने से पहले आखिरी बयान दिया था, इसमें वो कहती है बेटा काम करके लौटा। इसके बाद रात 10 बजे हम लोग सो गए थे। घर में किसी ने आग लगा दी। आग किसने लगाई यह तो नहीं जानती। लेकिन आग गेट के सामने से लगाई गई थी।
मौके पर सबसे पहले पहुंचे विश्राम ने बताया कुंडी बंद थी
राज बंजारे का घर शानू के सामने से लगा हुआ है। शनिवार की रात जब आग लगी तो परिवार को बचाने के लिए वही सबसे पहले मौके पर पहुंचा था। उसने बताया 1-10 1-20 के आसपास मुझे बचाओ-बचाओ की आवाज सुनाई दी। कूलर बंद कर मैं बाहर निकाल बाहर चारों ओर धुआं फैला था। शानू का घर जल रहा था। मैंने देखा तो घर की कुंडी बाहर से बंद थी। आवाज दरवाजा तोडक़र मैंने सबसे पहले बच्ची को बाहर निकाला फिर एक-एक कर पहले संध्या फिर कमल और आखरी में शानू को बाहर निकाल शानू की तब तक मौत हो चुकी थी।
पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही
अमित तिवारी टी आई बलौदाबाजार का कहना है कि मामले की जांच के लिए फोरेंसिक टीम पहुंची है पुलिस अभी पहलुओं पर जांच कर रही है। एक-एक जांच पूरी हो जाए उसके बाद ही कुछ बता पाऊंगा।