बलौदा बाजार
![थानों से वाट्सएप पर जुड़ेंगे कोटवार, घुमंतुओं की लेंगे फिंगरप्रिंट थानों से वाट्सएप पर जुड़ेंगे कोटवार, घुमंतुओं की लेंगे फिंगरप्रिंट](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721653303G_LOGO-001.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 22 जुलाई। जिला बलौदाबाजार पुलिस द्वारा रविवार को समस्त थाना एवं चौकी में जिले के सभी कोटवारों की बैठक ली गई। बैठक में पुलिस के साथ आपसी सामंजस्य स्थापित कर सूचना तंत्र और अधिक मजबूत करने हेतु महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।
पुलिस थाना चौकी से सभी कोटवारों को सोशल मीडिया व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से भी जोडऩे के निर्देश दिए गए, वहीं विभिन्न ग्राम में आने वाले दीगर प्रांत के लोगों, मुसाफिर एवं घूमंतु लोगों का फिंगरप्रिंट लेने के लिए भी बैठक में कोटवारों को प्रशिक्षण दिया गया, जिसमंेसमस्त थाना एवं चौकी क्षेत्र अंतर्गत कार्यरत 347 कोटवार बैठक में शामिल हुए।
गौरतलब है कि किसी भी गांव में कोटवार शासन के प्रतिनिधि के रूप में उपलब्ध अधिकारियों में से एक महत्वपूर्ण कड़ी होते हैं। मैदानी घटनाक्रम विभिन्न स्थितियों एवं परिस्थितियों की जानकारी प्राप्त करने में ग्राम कोटवार महत्वपूर्ण होते हैं, इसके अलावा विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए कोटवारों के विभिन्न कर्तव्य निर्धारित किया गया है। कोटवारों की भूमिका विभिन्न विभागों में सूचनाओं के प्राथमिक स्रोत के रूप में रखी गई है।
वर्तमान स्थिति में सामाजिक परिवेश के बदलाव से कानून व्यवस्था के समक्ष नवीन चुनौतियां उपलब्ध हुई है। उक्त चुनौतियों से निपटने के लिए क्षेत्र अंतर्गत प्रभावित आ सूचना संकलन अनिवार्य है। पुलिस के साथ थाना स्तर पर सूचना संकलन के लिए ग्राम कोटवार भी उपस्थित उपयोगी सिद्ध हो सकते हैं, उक्त बातों को दृष्टिगत रखते हुए तथा आगामी खेती किसानी कार्य एवं पंचायत चुनाव के दृष्टिकोण रविवार को जिले के समस्त थाना एवं चौकी में ग्राम कोटवारों की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में चिटफंड कंपनियों द्वारा धोखाधड़ी, पशु तस्कर, साइबर अपराध, सामाजिक तनाव, सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार अथवा इससे उत्पन्न स्थिति, शासन विरोधी भावना भडक़ाकर छोटी मुद्दे को बड़े मुद्दे के रूप में दुष्प्रचारित करना, क्षेत्र में अवैध शराब मादक पदार्थों के संवैधानिक कार्यों में लिप्त आसामाजिक तत्वों की पहचान करने के लिए कोटवारों को त्वरित सूचना पुलिस को देने निर्देशित किया गया।
फिंगरप्रिंट की ट्रेनिंग
कई मौकों पर या अन्य महत्वपूर्ण कार्यों की वजह से किसी ग्राम में दीगर प्रांत से आए हुए लोगों, मुसाफिर अथवा घुमंतु लोगों का पुलिस द्वारा फिंगरप्रिंट लेना मुश्किल हो जाता है। कोटवारों द्वारा ऐसे लोगों का फिंगरप्रिंट लेना समय पर किया जा सकता है। इसके लिए बैठक में उपस्थित समस्त ग्राम कोटवारों को फिंगरप्रिंट लेने का प्रशिक्षण दिया गया, कोई समस्या आने पर पूछने भी कहा।