बलौदा बाजार
![कोसा, कॉटन व हाथकरघा वस्त्रों के प्रदर्शनी सह-विक्रय को मिल रहा है अच्छा प्रतिसाद कोसा, कॉटन व हाथकरघा वस्त्रों के प्रदर्शनी सह-विक्रय को मिल रहा है अच्छा प्रतिसाद](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721551498alodabazar-0093.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 21 जुलाई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ शासन ग्रामोद्योग विभाग हाथकरघा बलौदाबाजार भाटापारा के सौजन्य से जिला मुख्यालय में भव्य प्रदर्शनी सह-विक्रय का आयोजन किया जा रहा है। जिसे आम जनता द्वारा काफी अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। प्रदर्शनी सह-विक्रय में अभी तक 3 दिनों में ही 3 लाख 56 हजार 742 रूपये की बिक्री की जा चुकी है।
खरीददारी करने आयी बलौदाबाजार निवासी स्मृति चंद्राकर ने बताया- मैं इस प्रदर्शनी सह-विक्रय का हर साल इंतजार करती हूं। यहां से चादर, टावेल और साड़ी की खरीदी की हूं। यहां के चादर और साड़ी मुझे बहुत ही पसंद है।
इसी तरह सुरेश प्रजापति ने बताया- हर साल मैं इस मेले का इंतजार करता हूं। मैं चादर, टॉवेल और पत्नी के लिए साड़ी खरीदा हूं।
बलौदाबाजार निवासी शासकीय कर्मचारी अमिता वर्मा ने बताया- मैं भी हर साल यहां से कोसा एवं सिल्क की साड़ी एवं शूट खरीदती हूं। उक्त प्रदर्शनी में छतीसगढ़ का सुप्रसिद्ध कोसा, कॉटन हथकरघा वस्त्रों का विशाल रेंज उपलब्ध है।
यह प्रदर्शनी बलौदाबाजार शहर के मध्य स्थित पं.बाल्मीकि शुक्ल विप्र वाटिका गॉर्डन चौक में लगाई गई है। उक्त प्रदर्शनी 22 जुलाई 2024 तक चलेगा। जो प्रतिदिन सुबह 11 बजे से रात्रि 9 बजे तक यह प्रदर्शनी खुला रहता है। इस प्रदर्शनी के विशेष आर्कषक के रूप में राष्ट्रपति के द्वारा सम्मानित छत्तीसगढ़ के कुशल बुनकरों द्वारा हाथों से निर्मित वस्त्रों का प्रदर्शन कर विक्रय किया जायेगा। इसके लिए 15 स्टॉलों को सजाया गया है। इस मेले में उत्कृष्ट कलात्मक कोसा साडिय़ा, कोसा मलमल, कोसा ड्रेस मटेरियल, कोसा सलवार सूट, कोसा बाफ्ता, सूती साडिय़ां, बेड शीट, पिलो कवर, टॉवेल, नेपकिन, गमछा इत्यादि एक ही जगह मिल रहा है।
बिक्री को बढ़ाने हेतु वस्त्रों आदि सभी उत्पादों के खरीदी में लोगों को 20 प्रतिशत विशेष छूट भी दिए जा रहे हैं। कलेक्टर दीपक सोनी ने सभी जिलावासियों से आग्रह किया है कि इस मेला का लाभ लेवे और अधिक से अधिक उत्पादों का क्रय कर हाथकरघा को बढ़ावा दिया जा सके।
गौरतलब है कि 16 जुलाई को प्रदर्शनी सह-विक्रय का शुभारंभ राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा के द्वारा किया गया था।