राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 29 फरवरी। राजनांदगांव नगर निगम में टैक्स वसूली के लिए ठेकेदारी प्रथा को लेकर शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा ने गुरुवार को मोर्चा खोल दिया है। वह इस फैसले को पूरी तरह से अनुचित बता रहे हैं। इससे परे महापौर का कहना है कि निगम की माली हालत को सुधारने के लिए निजी ठेके की मंजूरी दी गई है।
शहर अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा ने कहा कि नगर निगम आयुक्त द्वारा यहां पर जो टैक्स वसूली हेतु प्राइवेट ठेकेदार को कार्यदेश जारी किया गया है, उसकी नस्ती के अवलोकन के लिए हमने मांग किया था, लेकिन नस्ती को आयुक्त अपने पास रख कर बैठ गए हैं और नहीं दे रहे थे. इसलिए हमने परसों 8 पार्षद जिन्होंने हमने लिखित रूप से 26 तारीख के पत्र दिया कि आप 28 तारीख तक के लिए हमको जानकारी दें, अवलोकन करेंगे, नहीं तो हम आपके समक्ष धरना देंगे तो 29 तारीख के तो आज हमको धरना देना था, लेकिन बीती रात को आयुक्त ने पत्र भेजा है कि 4 तारीख के दिखाएंगे। कांग्रेस शहर अध्यक्ष छाबड़ा ने कहा कि वसूली का प्राइवेट का मामला जो है, वह यह है कि नियम विरुद्ध कार्य हुआ है।
ज्ञात हो कि शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पार्षद कुलबीर छाबड़ा ने राजस्व वसूली को निजी हाथों में सौंपे जाने को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी थी। उल्लेखनीय है कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने राज्य के नगर निगमों की आर्थिक हालत को ठीक करने के लिए राजस्व वसूली को निजी हाथों में सौंपने का निर्णय लिया था। राज्य शासन स्तर पर ही टेंडर की प्रक्रिया पूरी किए जाने के बीच महापौर हेमा देशमुख ने अपनी एमआईसी में भी इसका निर्णय पारित कर दिया था। पिछले दो माह से निजी एजेंसी द्वारा डोर-टू-डोर सर्वे का काम किया जा रहा है। महापौर सहित कांग्रेस के कई पार्षद निजी हाथों में वसूली सौंपे जाने के पक्ष में है। वहीं शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पार्षद कुलबीर छाबड़ा सहित कई कांग्रेस पार्षदों ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है। श्री छाबड़ा ने नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर पूरी प्रक्रिया की मूल नस्ती दिखाए जाने की मांग भी की है।