बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 5 मार्च। श्रम विभाग ने श्रमिकों के बच्चों हेतु नि:शुल्क कोंचिग की सहायता योजना की शुरुआत की हैं। इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को स्वयं अथवा आश्रित संतानों, दत्तक संतानों को पीएससी, व्यापम, आईबीपीएस, रेलवे ,पुलिस भर्ती परीक्षा के अंतर्गत समय-समय पर जारी होने वाले प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु न्यूनतम 4 से अधिकतम 10 माह तक की अवधि के लिए आवश्यकातनुसार नि:शुल्क कोचिंग का अवसर प्रदान किया जावेगा। यह सहायता वर्ष में केवल एक बार ही प्रदान की जाएगी। पंजीकृत श्रमिक एवं उनके संतानों द्वारा मंडल अंतर्गत चयनित किसी भी परीक्षा में उत्तीर्ण होने के पश्चात् उक्त योजना का लाभ दोबारा प्रदाय नहीं होगा।
श्रमिकों का एक वर्ष पूर्व पंजीकृत होना अनिर्वाय
योजना की पात्रता के लिए निर्माणी श्रमिक के रूप में एक वर्ष पूर्व पंजीकृत होना चाहिए। योजना के तहत पंजीकृत श्रमिक अथवा उनके प्रथम दो संतानों को ही योजना का लाभ प्रदाय किया जावेगा। प्रतियोगी परीक्षा हेतु निर्धारित न्यूनतम अर्हता रखता हो योजनांतर्गत पात्र होंगे। आयु सीमा भी शासन द्वारा निर्धारित आयु सीमा के अनुरूप होना चाहिए। श्रम पदाधिकारी एन के साहू द्वारा बताया गया कि पंजीयन एवं योजना के आवेदन सभी विकासखण्डों में संचालित श्रम संसाधन केन्द्र व जिला कलेक्टोरेट स्थित कार्यालय श्रम विभाग एवं श्रमेव जयते मोबाईल एप्लीकेशन के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।