महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 मार्च। जिले में लगातार हो रही चोरी के चलते मानो अब नागरिकों को पुलिस पर भरोसा ही नहीं रहा गया है। दिनदहाड़े बढ़ती चोरियों के चलते अब गांवों में मुनादी भी होने लगी है। ऐसा ही एक मामला कोमाखान के ग्राम पटरापाली में सामने आया है, जहां गांव में चोरी की वारदात से बचने और घर के सामानों की रक्षा स्वयं करने के लिए गांवों में कोटवार के माध्यम से मुनादी कराई जा रही है। जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।
जानकारी मिली है कि कोमाखान थाना क्षेत्र के ग्राम पटपरपाली और आसपास के अन्य गांवों में दिनदहाड़े हो रही चोरियों से क्षेत्र के ग्रामीण बेहद परेशान हंै। क्षेत्र के गांवों में लगातार घरों से दिन में भी नगद राशि, सोने-चांदी के जेवरात, मोबाइल, खेतों में लगे बोरवेल्स के मोटर पंप जैसे छोट-बड़े सामानों की चोरियों में काफी इजाफा हुआ है। अधिकांश ग्रामीण सामानों के बिल न होने से थाने में मौखिक और कुछ लिखित शिकायत तो करते हैं पर पुलिस के हाथ चोरों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। पुलिस द्वारा गांवों में रही चोरी की वारदातों को रोकने न तो कोई ठोस कदम उठाया जा रहा है और न ही पुलिस चोरों को पकड़ पा रही है।
इससे परेशान गांव वालों ने एकजुट होकर सोचा कि खुद ही कोई तरकीब ढूंढना जरूरी है। इसलिए अब गांवों में मुनादी कराई जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि अब चोरियों से बचने के लिए अंतिम उपाय के रूप में मुनादी ही बचा है ताकि लोग अपने घर-खेत में रखे सामानों की रक्षा स्वयं कर सकें।
गांव के सरपंच राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में गांव और उसके आसपास के गांवों में 15-20 चोरियां हो चुकी है। अधिकतर चोरियां दोपहर में हो रही है। चोर सूने मकान पर धावा बोलकर घर में रखे सोने व चांदी के जेवरात, नकद व खेत से मोटर पंप पार कर रहे हैं। जिसकी मौखिक शिकायत पुलिस में की गई है। बावजूद पुलिस चोरियां रोकने में नाकाम है। अब कोटवार से मुनादी कराकर गांव वालों को घर सूना न छोडऩे और अपने सामान की स्वयं रक्षा करने के लिए मुनादी की जा रही हैष इस मामले में आकाश राव गिरपुंजे एडिशनल एसपी महासमुंद ने कहा कि जिले में चोरी के विरूद्ध लगातार कार्रवाई हो रही है। बड़ी से लेकर छोटी चोरियों में लिप्त आरोपियों को पकड़ा जा रहा है। जहां तक पटपरपाली का मामला है वहां से चोरियों की शिकायत मिली है इस संबंध में थाना प्रभारी सहित संबंधित एसडीओपी को निर्देशित किया गया है कि चोरी की वारदात रोकने कारगर कदम उठाएं। चोरी की दर्ज मामलों की जांच कर आरोपियों को पकडऩे के लिए भी निर्देशित किया गया है।