बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 9 मार्च। श्रीराम सेवा समिति के तत्वाधान में श्रीराम मंदिर परिसर में शहर के युवाओं ने श्रीराम रसोई का शुभारंभ किया। महाशिवरात्रि के पर्व पर इसका शुभारंभ जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा व श्रीराम मंदिर के पुजारी रामनारायण पाठक के मुख्य अतिथि में किया गया।
शहर के युवाओं की टीम ने श्रीराम सेवा समिति के अंतर्गत राम रसोई का शुभारंभ किया है। इस रसोई में गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार के लोगों को सिर्फ 20 रुपए में भरपेट भोजन मिलेगा। महाशिवरात्रि के अवसर पर राम मंदिर प्रांगण में राम रसोई शुरू की गई। इसके लिए टोकन की व्यवस्था की गई है। जहां लोग 20 रुपए देकर टोकन लेकर भरपेट भोजन कर सकते हैं। सुविधा के शुरू होने से आम लोगों में हर्ष का माहौल है। जहां श्रद्धालुओं को 20 रुपए के न्यूनतम मूल्य पर प्रतिदिन सुबह 12 बजे से 2 बजे तक स्वादिष्ट भोजन परोसा जाएगा। रविवार के दिन अवकाश रहेगा। समिति के सदस्य संगम दुबे ने बताया कि प्रथम दिन 201 लोगों ने भोजन किया।
समिति के सदस्य रमन काबरा ने बताया कि समिति के द्वारा आम लोगों से भी यह अपील की गई है कि वह अपने जन्मोत्सव या शादी की सालगिरह सहित अन्य आयोजन व श्रद्धांजलि के रूप में भी इस समिति में दान देकर अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर सकते हैं। इसके लिए 50 रुपए प्रति थाली की दर भी निर्धारित की गई है।
समिति के सदस्यों ने आर्थिक सहयोग कर शुरू की रसोई
वर्तमान में राम रसोई को शुरू करने समिति के सदस्यों ने अपने स्तर पर आर्थिक सहयोग किया है। अब आगे रसोई के निरंतर संचालन के लिए समिति ने आर्थिक सहयोग की अपील की है। आम लोग इस पुनीत कार्य के लिए आर्थिक सहयोग कर सकते हैं। जिसमें मंथली व सालाना आर्थिक सहयोग शामिल है।
शहर के युवा करेंगे रसोई का संचालन
राम रसोई का संचालन रमन अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, मन्टू अग्रवाल, रितेश तापडिय़ा, संगम दुबे, अमित राठी गौरव शर्मा, अनुज अग्रवाल, रवि कुमार अग्रवाल, प्रणीश रजक, अमित अग्रवाल, नवीन जैन, नेहल शर्मा, रजत दुबे, सौरभ क्षत्रिय समेत अन्य युवा शामिल हैं। अमित राठी बिज्जू, रवि अग्रवाल, सौरभ सिंह क्षत्रिय नेहल शर्मा, अमित अग्रवाल ने राम रसोई में अपनी सेवाएं दी।
राम रसोई का शुभारंभ सराहनीय पहल
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष विजय सिंह राम रसोई पहुंचे और 20 रुपए का टोकन कटाकर भरपेट भोजन किया। उन्होंने राम रसोई के शुभारंभ को सराहनीय पहल बताया। उन्होंने कहा कि रसोई के संचालन की जिम्मेदारी सिर्फ समिति के सदस्यों पर नहीं, बल्कि पूरे शहर वासियों पर है। इस पुनीत कार्य के आगे निरंतर संचालन के लिए हम सभी को समिति का सहयोग करना है।
जूठन छोडऩे पर दो सौ का अर्थदंड
समितियां के द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि खाना व्यर्थ न जाए इस उद्देश्य से थाली में जूठन छोडऩे पर 200 का अर्थ धन का प्रावधान भी किया गया है। ताकि जो भी 20 रुपए का टोकन लेता है वह भरपेट खाना खा सके, और थाली में झूठ ना छोड़े ताकि व्यर्थ फेंकना न पड़े।