बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 11 मार्च। कांग्रेस के लोक सभा प्रत्याशी राजेंद्र साहू विधानसभा चुनाव में नवागढ़ विधानसभा से लडऩे वाले पूर्व मंत्री गुरु रुद्र कुमार, प्रभारी पदम कोठारी जिला अध्यक्ष बंशी पटेल एवम नवागढ़ विधानसभा के कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्षों के मौजूदगी में शनिवार को दाढ़ी में विधानसभा स्तरीय बैठक रखी गई थी।
इस बैठक में वक्ताओं ने अपने अपने विचार व जीत के मंत्र फूंके पर ग्राम खपरी निवासी राज महंत विजय बघेल ने जो कुछ कहा यह जमकर वायरल हो रहा है। बघेल ने विधानसभा चुनाव के हार के लिए उन लोगों को जिम्मेदार ठहराया जो जीत का ठेका लिए थे। अपने धारा प्रवाह उद्बोधन में बघेल ने कहा की नवागढ़ विधानसभा को पार्टी ने चारागाह समझ लिया है जिसे चाहे लाकर चुनाव लड़ा दे स्थानीय कार्यकर्ता जो संघर्ष करते हैं, उनकी उपेक्षा की जाती है। जब कुंवर निषाद की टिकट नहीं कटी तो गुरुदयाल सिंह बंजारे की टिकट क्यों कटी ? यदि बंजारे को टिकट मिलती तो हो सकता है चुनाव जीत जाते। बंजारे विधायक थे वे अपने क्षेत्र में सक्रिय थे। हम अपने आयोजन में सक्रिय थे। गुरु रुद्र कुमार के चुनाव में बाहरी लोगों का कब्जा था। दिल्ली से आए नेता का नाम लेते हुए बघेल ने कहा की वे मिलने के लिए दिन बताते थे। कुछ लोगो ने तो बूथ जिताने का ठेका लिया था। लगता है की वे सब हराने आए थे। वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी ऐसी दी गई थी कि चुनाव में पार्टी को हार मिले। बघेल जब बैठक में दहाड़ रहे थे तब पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता खामोश थे। लोकसभा प्रत्याशी राजेंद्र साहू को बघेल ने कहा कि हम आपके नेतृत्व में चुनाव लडेंगे। बाकी किसी की अगुवाई नवागढ़ विधानसभा में स्वीकार नहीं है।
यह तो होना ही था
राजनीति के जानकार गंगाधर यादव ने कहा की दाढ़ी की बैठक में जो कुछ हुआ यह तो होना ही था। जिन कार्यकर्ताओं ने चार साल तक सडक़ नापी उन्हे चुनाव में घर में कैद कर दिया गया। राजमहंत विजय बघेल, जिला पंचायत सदस्य सुशीला जोशी, शशि प्रभा गायकवाड़, संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे, अयोध्या चंद्राकर, जावेद खान, राकेश साहू ज्ञानदास रात्रे सहित कई दिग्गजों को चुनाव से दूर रखने का प्रयास किया गया। ठीक इसके विपरित उन लोगो को आगे किया गया जो एक निश्चित दायरे की राजनीति करते हैं। दिल्ली एवं रायपुर से आए लोगों पर अधिक भरोसा किया गया। यादव ने कहा की दाढ़ी की सभा में सच्चाई सामने आ गई पार्टी को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
अब नहीं सह सकते
दाढ़ी में शनिवार को बैठक में कहे गए बातो को मन की पीड़ा बताते हुए राज महंत विजय बघेल ने कहा की विधानसभा चुनाव में हार का कारण कोई कार्यकर्ता नहीं है। कार्यकर्ता के परिश्रम के कारण ही अस्सी हजार वोट मिले। अब केवल एक मुद्दा है लोक सभा चुनाव में ऐसा नहीं होना चाहिए। नवागढ़ विधानसभा में अब थोपे गए प्रत्याशी को स्वीकार नहीं किया जाएगा। बघेल ने कहा की मैंने जो कुछ कहा वह सार्वजनिक कहा है पार्टी हित के लिए कहा है।