बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 11 मार्च। धान परिवहन की लचर व्यवस्था के चलते खाद्य मंत्री दयालदास बघेल के निर्वाचन क्षेत्र के धान खरीदी केंद्रों में धान का उठाव समय पर नहीं हुआ है। नतीजा यह की अब समिति के कर्मचारी समिति के घाटे का हिसाब लगाने के चिंता में सो नही पा रहे हैं। गत वर्ष जिला में खाद्य का प्रभार एसडीएम विश्वास राव मस्के के पास था अंतिम मिलान के बाद इस क्षेत्र के समितियों से किसी भी समिति से मात्रा की कमी नहीं आई थी। उठाव की प्रक्रिया ठीक नहीं होने से इस साल स्थिति बिल्कुल विपरीत है। धान खरीदी केंद्र के कर्मचारी कलेक्टर सहित आला अफसरों से इस समस्या को लेकर मिल चुके हैं पर आजतक कुछ नहीं हुआ। नवागढ़-बेमेतरा मुख्य मार्ग पर ग्राम अंधियारखोर में 22 हजार क्विंटल धान का उठाव शेष है। बदनारा धान खरीदी केंद्र में 21 हजार क्विंटल धान को उठाव का इंतजार है। बोरतरा समिति में 17 हजार क्विंटल धान की रखवाली हो रही है। नेवसा धान खरीदी केंद्र में 28 हजार क्विंटल धान को बर्बादी की तैयारी में है। झाल में 17 हजार क्विंटल धान को देखकर कर्मचारी आंसू बहा रहे हैं। अतरिया समिति में 6 हजार क्विंटल धान को परिवहन की दरकार है।
जांच जरूरी
समाज सेवक विजय सोनी ने कहा की बेमेतरा जिले में ऐसी लचर व्यवस्था की पारदर्शी जांच जरूरी है। पूर्व सरकार ने नवागढ़ विधानसभा में जितने धान खरीदी केंद्र शुरू की इससे लगभग सभी जगह समय पूर्व खरीदी हो रही है। किसानों को धान बेचने कोई दिक्कत नही आ रही है, पर उठाव से लेकर परिवहन तक चौपट है। बेमेतरा जिले में नवागढ़ विधानसभा के समितियों को तबाह करने की जिम्मेदारी किस अधिकारी ने ली है इस पर जांच जरूरी है।
प्रदर्शन की तैयारी
धान खरीदी के बाद समय पर परिवहन नहीं होने से उपजे स्थिति से उच्च अधिकारियों को अवगत कराते थक चुके कर्मचारी अब सामूहिक प्रदर्शन की तैयारी में है। कर्मचारियों की माने तो अधिकारी द्वारा गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। कुछ तरह की व्यवस्था की जा रही है कि नवागढ़ विधानसभा की बदनामी हो खाद्य मंत्री के खिलाफ लोग आक्रोशित हो।