बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 19 मार्च। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा मुख्य मंत्री स्कूल जतन योजना के नाम पर किए गए कार्य एवं किए जा रहे कार्यों को लेकर मंत्री दयालदास बघेल पहले ही फटकार लगा चुके हैं, उनके आदेश में जांच टीम दो महीने में जांच रिपोर्ट नहीं दे सकी है। धरातल में इस विभाग ने क्या किया है, जांच रिपोर्ट के साथ जनता समय के साथ सार्वजनिक करेगी।
नवागढ़ बेमेतरा मार्ग में अंधियारखोर के निकट ग्राम नगधा में जिस स्कूल भवन में पढ़ाई चल रही थी वह इतना भी खराब नहीं था कि पूरा तोड़ा जाए पर मरम्मत के नाम पर आई मोटी रकम एवं घर बैठे बनाए गए स्टीमेट ने वह कुछ कर दिया जो नहीं होना था। ग्राम नगधा में स्कूल भवन बनवाने भवन को तोडक़र मैदान बना दिया गया। बच्चों की पढ़ाई के लिए आंगन बाड़ी केंद्र में व्यवस्था की गई अब चार माह हो गए भवन निर्माण के नाम पर एक ईंट भी नहीं रखी गई है। मार्च की विदाई हो रही है जून से नवीन सत्र शुरू होंगे, भवन बनाने की जिम्मेदारी किसकी, बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ क्यों, अधिकारी कब तक दामन बचाएंगे। वैसे भी मुख्य मार्ग से नगधा स्कूल तक पहुंचना किसी करतब दिखाने से कम नहीं। शायद अधिकारी इसी का लाभ ठेकेदार को दे रहे है कि मौका कौन देखेगा।
आत्मानंद स्कूलों की जांच जरूरी
ग्रामीण यांत्रिकी विभाग की निगरानी में बेमेतरा में हिन्दी मीडियम स्कूल मारो में इंग्लिश मीडियम स्कूल सहित अन्य स्कूलों में मरम्मत के नाम पर किए गए व्यय की जांच की मांग समाज सेविका भारती गंधर्व ने किया है। पंचायत मंत्री विजय शर्मा को पत्र लिखकर गंधर्व ने उच्च स्तरीय जांच टीम गठित करने एवं वास्तविक व्यय सार्वजनिक करने की मांग की है। एक जनवरी 2022 से अब तक इस विभाग की निगरानी में हुए भुगतान को लेकर लोगो में नाराजगी है।
विद्युतीकरण का हो भौतिक सत्यापन
ग्रामीण यांत्रिकी विभाग की निगरानी में बड़ी संख्या में भवनों में विद्युतीकरण के कार्य हुए हैं। जिस विभाग ने भवन मरम्मत के नाम पर घर बैठे स्टीमेट बनाया है उस विभाग ने बिजली के नाम पर तार डाला या कारोबार किया इसकी भौतिक सत्यापन जरूरी है।