बेमेतरा

18 आत्मानंद स्कूलों का निर्माण 30 करोड़ से हो रहा, काम अधूरा
17-Apr-2024 3:21 PM
18 आत्मानंद स्कूलों का निर्माण 30 करोड़ से हो रहा, काम अधूरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 17 अप्रैल।
करोड़ों खर्च करने के बाद भी जिले के आत्मानंद स्कूल पूर्ण रूप से तैयार नहीं हो पाए हैं। आधे अधूरे निर्माण को देखते हुए नए सत्र की शुरुआत में कार्य पूर्ण होने की संभावना कम नजर आ रही है। जिले में 18 सजेस स्कूलों में पुराने भवन, नए कक्ष व अन्य व्यय के लिए तीस करोड़ दो लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं।

ज्ञात कि बेहतर सुविधाओं के साथ बेहतर माहैाल में उत्कृष्ठ शिक्षा देने के लिए जिले में 2020-21 से लेकर 2023-24 तक 17 स्वामी आत्मांनद अंग्रेजी माध्यम व 1 हिन्दी माध्यम सहित 18 सेजेस स्कूल प्रारंभ किए गए थे।

स्कूलों में प्रथम तल, कक्ष, आहता व अन्य निर्माण के लिए मंडी बोर्ड ने 637 लाख, सरकार ने 398 लाख, डीएमएफ मद से 1287 लाख, शासकीय मद से 359 लाख, समग्र शिक्षा मद से 172 लाख, मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के मद से 148 लाख रुपए समेत 3002 लाख रुपए जारी किए गए हैं। जिले के सबसे पुराने दो सजेस स्कूल बेमेतरा अंग्रेजी माध्यम व देवकर सजेस में कक्ष व अहाता के लिए 9 करोड़ से अधिक का फंड जारी हुआ है। आज भी स्कूलों में निर्माण जारी है। सजेस स्कूल बेरला व नवागढ़ में छत्तीगढ़ गृह निर्माण मंडल द्वारा निर्माण ठेके पर किया जा रहा है। दोनों सजेस स्कूलों में 2 करोड़ से अधिक का व्यय किया जा रहा है।

पानी की तरह फंड बहाया जा रहा है
सजेस स्कूलों के पुराने भवन का नव निर्माण करने, प्रथम तल का निर्माण करने के लिए एक ओर जहां ग्राम राजा मोहगांव, परेपाड़ी में 107-107 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। वहीं जिला मुख्यालय में स्थित अंग्रेजी माध्यम व देवकर के अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के रिनोवेशन पर ही 588 लाख और 236 लाख से अधिक का खर्च किए जा रहे हैं। 

इसी तरह नांदघाट के सजेस स्कूल के लिए 287 लाख व कुसमी के लिए 154 लाख जारी किए गए हैं। जानकार मानते हैं कि आम तौर पर स्कूल के तय मांपदंड के अनुसार भवन बनाने के लिए निश्चित राशि स्वीकृत की जाती है पर जिले में आत्मांनद स्कूलों के भवन के नाम पर पानी की तरह फंड जारी कर खर्च किया गया है। बताया गया कि एक स्कूल की लागत चार स्कूल भवनों की तरह जारी की गई है ।

पहले से ही हैं 17 हजार से अधिक छात्र 
इंग्लिश मीडियम स्कूल के नाम पर प्रारंभ किए जिले के 17 सजेस स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम के 7812 विद्यार्थी व 7607 हिन्दी माध्यम के विद्यार्थी हैं। वहीं जिले के एक मात्र हिन्दी माध्यम स्कूल बेमेतरा में 1543 छात्राएं हैं। कन्या स्कूल की आधी छात्राएं नए भवन व आधी छात्राएं पुराने भवन में बैठती हैं।

कई स्कूलों का निर्माण जारी 
सजेस स्कूल साजा व थानखम्हरिया मेें 422 लाख की लागत से नए भवन का निर्माण किया जा रहा है। मंडी बोर्ड द्वारा ठेके पर कराया जा रहा निर्माण साल भर से जारी है। इसी तरह सेजेस स्कूल कठिया रांका 239 लाख, सजेस राजा मोहगांव में 107 लाख व सजेस परपोड़ी में 107 लाख की लागत से भवन का निर्माण जारी है। इसके अलावा सजेस स्कूल ठेलका में भवन के लिए 292 लाख, सजेस कुसमी में 154 लाख, सजेस स्कूल नांदघाट में 287 लाख में अभी टेंडर की प्रकिया जारी है।

ठेलका स्कूल के लिए अभी तक तकनीकी स्वीकृति जारी ही नहीं की गई है। ग्राम कठिया के पालकों ने बताया कि पुराने भवन को ही सुधार कर बनाया जा रहा है। स्कूल भवन की निर्माण की गति को देखते हुए आने वाले सत्र में निर्माण पूर्ण होने की संभावना कम नजर आ रही है।

पढ़ाने वाले कम हैं, केवल 67 फीसदी शिक्षक ही पदस्थ 
18 सजेस स्कूलों के लिए विभिन्न विषयों के 740 पद स्वीकृत किए गए हैं, जिसके विपरीत 490 शिक्षक ही पदस्थ हैं। चार माह पूर्व सजेस स्कूलों में कुल 539 शिक्षक कार्यरत थे, जिसमें से 49 शिक्षक स्कूल छोड़ चुके हैं, जिसकी वजह से उनकी संख्या में कमी आई है। अभी 18 सजेस में शिक्षकों के 250 पद रिक्त हैं।
 

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