बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 22 मार्च। गुरूवार को उद्यानिकी विभाग द्वारा सूचना जारी किया है जिसमें किसानों को अवगत कराया गया है कि जिले में बारिश के चलते जितने भी उद्यानिकी किसानों के फसलों को नुकसान हुआ है उसके लिए संबधित किसान नुकसान की जानकारी भारतीय कृषि बीमा कम्पनी के निर्धारित टोल फ्री नम्बर 1800-419-0344 में फोन कर के दे सकते हैं। इसमें किसान का नाम, फसल का नाम, जिले एवं ग्राम का नाम, खसरा नंबर एवं रकबा आदि बताकर किसान सूचना दर्ज कराए जा सकते है।
उद्यान विभाग के सहायक संचालक हितेन्द्र कुमार मेश्राम से मिली जानकारी अनुसार योजनांतर्गत एडऑन कवर अंतर्गत ओलावृष्टि एवं चक्रवाती हवाएं जोखिम को स्थानीय आपदा के रूप में सम्मिलित किया गया है। स्थानीय आपदा की स्थिति में कृषक घटना के 72 घंटे के भीतर इसकी सूचना सीधे एग्रीकल्चर इन्योरेंस कंपनी लिमिटेड के टोल फ्री नंबर पर या लिखित रूप में बीमा कंपनी, संबंधित बैंक, स्थानीय उद्यानिकी विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को बीमित फसल के ब्यौरे, क्षति की मात्रा तथा क्षति का कारण सहित सूचित करने कहा गया है।
साहब फोन नहीं उठाते है और किसी का नंबर जारी नहीं किया
विभाग की उदासीनता का धागा खोलते हुए जिला पंचायत सदस्य अजय कुमार तिवारी ने बताया कि किसानों को शिकायत है कि विभाग के अधिकारियों को फोन करे तो वे फोन रिसीव नहीं करते हैं।
जिले में उदयानिकी फसल का रकबा
फल - 4535 हेक्टेयर
सब्जी - 19588 हेक्टेयर
मसाला - 2005 हेक्टेयर
फूल - 80 हेक्टेयर
नुकसान तो हुआ है, पर नुकसान की भरपाई कैसे होगी
मौसम की वजह से शनिवार को ही ग्राम बैजलपुर, ग्राम कंदई, हडग़ांव समेत अनेक गांव में उद्यानिकी वर्ग के फसलो को भारी नुकसान हुआ है। जिले में करीब 600 किसानों ने फसल बीमा कराया है। जबकि जिले में इस वर्ग के फसलो का कुल रकबा 272085 हेक्टेयर का है जिसमें कुल 465160 एमटी का उत्पादन होता है। किसानों की माने तो अब तो समय निकल गया है अब फोन करेंगे तो उसका लाभ मिलना मुश्किल है।