दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 30 मार्च। जमीन खरीदी बिक्री के कारोबार से 278 करोड़ 78 लाख45 हजार 133 रुपए का शासन को राजस्व प्राप्त हो चुका है जिले में प्राप्त लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पंजीयन विभाग को काफी मशक्कत करना पड़ रहा है, जिले में विभाग ने फरवरी तक प्राप्त लक्ष्य के 77 प्रतिशत राजस्व की प्राप्ति कर चुका था।
लक्ष्य प्राप्ति के लिए 82 करोड़ की और जरूरत
जानकारी के मुताबिक विभाग वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल 360 करोड़ रुपए के राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य दिया गया, जो गत वित्तीय वर्ष में प्राप्त कुल राजस्व से 60 करोड़ रुपए अधिक है, हालांकि फरवरी माह की स्थिति में जिले में जमीन पंजीयन से गत वर्ष के मुकाबले 12 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व प्राप्त कर लिया गया था। मगर मार्च माह में अब तक पंजीयन की स्थिति है, उससे लक्ष्य प्राप्ति काफी मुश्किल लग रहा प्राप्त लक्ष्य का 90 प्रतिशत तक ही राजस्व प्राप्ति की संभावना है।
गत वर्ष के मुकाबले कम दस्तावेज
जमीन पंजीयन के लिए फरवरी 2024 तक कुल36603 दस्तावेज प्राप्त हुआ था, जोकि गत वर्ष फरवरी माह की स्थिति में प्राप्त कुल दस्तावेज 37030 कम है। जबकि इस साल के प्राप्त दस्तावेजों बीएसपी लीज डीड 250 दस्तावेज भी शामिल है।
24 दस्तावेजों में हुआ पंजीयन
शुक्रवार को गुड फ्राइडे का अवकाश होने के बावजूद जमीन पंजीयन का कामकाज चालू रहा। कुल प्राप्त 24 दस्तावेज पर ही पंजीयन हुआ जबकि वित्तीय वर्ष की समाप्ति में मात्र 2 दिन का समय शेष है शनिवार एवं रविवार अवकाश के दिन भी पंजीयन कार्यालय खुला रहेगा।
सत्रह हजार खसरे में रजिस्ट्री पर रोक
जिले में अवैध प्लाटिंग वाले 17000 खसरे में रजिस्ट्री पर रोक पर रोक लगी हुई, इसकी वजह से भी राजस्व प्राप्ति प्रभावित हुई है, वहीं चुनाव का समय होने के कारण एकमुश्त ज्यादा राशि लेकर चलने जांच का सामना करना पड़ता, जिसके भी इस समय जमीन खरीदी बिक्री का कारोबार प्रभावित है अन्य वर्षों की तुलना में मार्च के महीने में भी जमीन पंजीयन करने वालों की संख्या सामान्य दिनों की तुलना में कम इसी प्रकार जारी वित्तीय वर्ष में विधानसभा चुनाव के समय भी पंजीयन प्रभावित रहा।