राजनांदगांव
गर्मी से बचने फलों का ले रहे सहारा, कोल्ड्रिंग्स की भी बढ़ी मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 अप्रैल। अप्रैल के पहले सप्ताह में भीषण गर्मी से लोग बेहाल नजर आ रहे हैं। गर्मी से बचने के लिए कई तरह के उपाय किए जा रहे हैं। जिसमें गर्मी के रसीले फल लोगों को राहत दे रहे हैं।
बाजार में रसीले फलों की बहार है। महंगा होने के बावजूद लोग रसीले फलों को खरीदकर शरीर को ठंडा रखने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं गला तर करने के लिए कोल्ड्रिंग्स की भी मांग बढ़ गई है। दूध, दही से बने कोल्ड्रिंग्स से लोग गर्मी से बचने की कवायद कर रहे हैं। बाजार में खरबूज, तरबूज और ककड़ी के अलावा अन्य रसीले फल की बिक्री में तेजी आई है। खरबूज और तरबूज से शरीर के तापमान को नियंत्रित करने की कोशिश में लोग अन्य जतन भी कर रहे हैं। ककड़ी की खपत भी बढ़ गई है। खीरा के भी बाजार में आवक तेज हो गई है।
बताया जा रहा है कि इस साल अप्रैल और मई में भीषण गर्मी पडऩे का अंदेशा जताया जा रहा है। मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ हिस्सों में देश के अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा गर्मी पडऩे की चेतावनी जारी की है। बाजार में रसीले फलों की खरीददारी करने के लिए लोगों को देखा जा सकता है। इसके अलावा ठंडा पेय पदार्थ के तौर पर लोग अलग-अलग कंपनियों के निर्मित कोल्ड्रिंग्स से गला तर कर रहे हैं।
एक जानकारी के मुताबिक रसीले फलों की कीमतों के साथ कारोबारी कोइ समझौता नहीं कर रहे हैं। यानी तरबूज 60 से 80 रुपए के बीच प्रति किलो बिक रहा है। वहीं ककड़ी 50 रुपए और खरबूजा 25 से 30 रुपए प्रति किलो के दाम पर बाजार में नजर आ रहा है। जैसे-जैसे गर्मी का असर पड़ेगा। वैसे-वैसे रसीले फलों की खपत कीमतों में वृद्धि के साथ बढ़ेगी। फलों के शौकीन लोगों को कीमतें चौंका भी रही है, लेकिन शरीर को स्वस्थ रखने के लिए लोग भाव को ज्यादा महत्व नहीं दे रहे हैं।