राजनांदगांव
![निगम की दुकानों के भ्रष्टाचार मामले में चुप्पी तोड़े महापौर व पूर्व महापौर - ओस्तवाल निगम की दुकानों के भ्रष्टाचार मामले में चुप्पी तोड़े महापौर व पूर्व महापौर - ओस्तवाल](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1716459053jn__5_Hemant_Ostwal.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 मई। पूर्व महापौर हेमंत ओस्तवाल ने महापौर हेमा देशमुख और पूर्व महापौर मधुसूदन यादव से निगम की दुकानों के करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार मामले में अपनी चुप्पी तत्काल तोडऩे की मांग की।
श्री ओस्तवाल ने महापौर हेमा देशमुख एवं पूर्व महापौर मधुसूदन यादव से कहा कि जिस तरह देश का कानून आम जनता से टैक्स वसूली के लिए कड़े नियम कानून का हवाला देकर आम जनता से संपत्तिकर, जलकर, समेकित कर आदि वसूली के लिए कानून का हवाला देकर नल कनेक्शन काटकर एवं मकान कुर्की की धाराओं का उपयोग कर वसूली की जाती है, अब निगम के पांचों नए शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की जिन दुकानों की नीलामी पश्चात प्रीमियम राशि किरायेदार से अनुबंध के पूर्व मुद्रांक शुल्क जमा नहीं करवाया गया और उक्त किरायेदारों से निगम आयुक्त का अनुबंध जो समय-सीमा में नहीं कराकर राज्य शासन और नगर निगम राजनांदगांव के आर्थिक कोष को हानि पहुंचाकर भ्रष्टाचार का खेल खेला गया है, इस संपूर्ण मामले की वरिष्ठ विभाग की जांच समिति से बनवाकर दोषी अधिकारियों से इसकी वसूली के लिए खुलासा करवाया जाए।
इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जाती तो यह समझा जाएगा कि इस भ्रष्टाचार के खेल में महापौर और पूर्व महापौर का हाथ इन भ्रष्ट अधिकारियों आदि के ऊपर हे।