बलरामपुर
![पति की लंबी उम्र की कामना के साथ रखा वट सावित्री व्रत पति की लंबी उम्र की कामना के साथ रखा वट सावित्री व्रत](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1717689434-0013.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 6 जून। सुहागिन महिलाओं ने गुरुवार को ज्येष्ठ मास कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को वट सावित्री व्रत रखकर वट वृक्ष की पूजा-अर्चना की।
वट सावित्री व्रत के दिन सुहागिन महिलाओं के बीच काफी उत्साह देखने को मिला। नगर के शिव मंदिर सहित अन्य स्थानों पर महिलाओं ने एकत्रित होकर विधि-विधान से बरगद पेड़ की पूजा की और फल,फूल, भीगे चने, सुहाग का सामान व श्रीफल चढ़ाकर, वट वृक्ष के 108 फेरे कच्चा धागा लपेटते हुए किया। सती सावित्री व सत्यवान की पौराणिक कथा श्रवण किया।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, बरगद के पेड़ में त्रिदेव यानी ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश का वास होता है। ऐसे में इस पेड़ की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। क्योंकि बरगद के पेड़ की आयु बहुत लंबी होती है, इसलिए इसे अक्षय वृक्ष भी कहा जाता है। ऐसे में विवाहित महिलाएं इस वृक्ष की पूजा करती है ंऔर अपने पति की लंबी आयु की कामना करती हैं।
पौराणिक मान्यता है कि सावित्री ने बरगद के पेड़ के नीचे अपने मृत पति के जीवन को वापस लाया। यमराज को प्रसन्न करके आशीर्वाद प्राप्त किया था। यही कारण है कि वट सावित्री व्रत पर महिलाएं वट वृक्ष की पूजा करती हैं।