दुर्ग
![अब तक 22 हजार परिवारों का आवास तैयार अब तक 22 हजार परिवारों का आवास तैयार](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1718370625G_LOGO-001.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 जून। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में वर्ष 2016 -17 से वर्ष 2022 -23 तक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कुल 23700 आवास स्वीकृत किए जा चुके हैं। इनमें अब 22 हजार 145 परिवारों का आवास तैयार हो चुका है। वहीं विभिन्न कारणों से 116 निरस्त किए गए हैं। शेष 1439 आवास का निर्माण कार्य जारी है जीर्ण शीर्ण मिट्टी के मकानों में रहने वाले अनेक गरीब परिवारों को योजना के तहत पक्का मकान मिला है।
जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र के रहवासियों को पक्का मकान बनाने 1 लाख 20 हजार रुपए दिए जाते है वर्ष 2016 -17 से वर्ष 2017 -18 तक यह राशि हितग्राहियों को तीन किस्तों में दी जाती थी। वहीं 2018 -19 के बाद यह 4 किस्तों में दी जाने लगी है। 95 प्रतिशत हितग्राहियों को तीसरी एवं 55 प्रतिशत को चौथी किस्त राशि मिल चुकी है।
अब बारिश व सर्दी में नहीं रहती परिवार के सुरक्षा की चिंता
जनपद पंचायत दुर्ग के एक छोटे से गांव कोडिय़ा के हितग्राही डोमार साहू एवं उनके परिवार कुछ साल पहले तक एक जीर्ण-शीर्ण मिट्टी के घर में रहते थे, जहां बरसात के दिनो में छत से पानी रिसाव होता था, जिससे परिवार को बहुत संर्घष का सामना पड़ता था। दिहाड़ी मजदूरी करने वाले डोमार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में सुना तो उन्होंने आवेदन करने का फैसला किया।
उन्होंने सभी आवश्यक दस्तावेज एकत्र किए और अपना आवेदन जमा करने के लिए स्थानीय सरकारी कार्यालय (ग्राम पंचायत) में आवेदन जमा किया। कुछ महीनों तक उत्सुकतापूर्वक प्रतीक्षा करने के बाद डोमार को वह समाचार मिला जिसकी वह आशा कर रहा था। उसका आवेदन स्वीकृत हो गया। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) द्वारा प्रदान की गई वित्तीय सहायता से वह अपने परिवार के लिए एक पक्का घर बनाने में सक्षम हुआ।
नए घर में उचित दीवारें और एक ऐसी छत है, जहां बारिश में पानी नहीं टपकती है। साथ ही बिजली और पानी के कनेक्शन जैसी बुनियादी सुविधाएं भी है। इससे न केवल उनकी जीवन स्थितियों में सुधार हुआ बल्कि उन्हें सुरक्षा और सम्मान की भावना भी मिली। डोमार को अब मानसून के मौसम या कठोर सर्दियों के दौरान अपने परिवार की सुरक्षा की चिंता नहीं रहती है। उनके बच्चों के पास पढऩे के लिए एक आरामदायक जगह है उनकी यह कहानी इस बात के कई उदाहरणों में से एक है कि कैसे प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) से प्रदेश में लोगों के जीवन को बदल रही है, उन्हें एक अच्छा घर का निर्माण करने एवं अपने परिवार के लिए बेहतर भविष्य बनाने का अवसर मिला है।