दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 20 जून। शंकर नगर में सर्व कुर्मी समाज द्वारा कुर्मी कुलदेवी राजमाता जीजाबाई के पुण्यतिथि मनाई गई। दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर व समाज के लोगों ने अपने संस्कारों से शिवाजी महाराज को समाज संरक्षक एवं राष्ट्र गौरव बनाने वाली प्रेरक मातृत्व एवं साहस की प्रतिमूर्ति राज माता जीजाबाई की पुण्य तिथि पर प्रणाम कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया और उनके द्वारा किए गए कार्यों को याद किया।
दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने राज माता जीजाबाई के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कुर्मी समाज की कुल देवी राज माता जीजाबाई का सारा जीवन साहस और त्याग से परिपूर्ण रहा। मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी राजे भोसले की माता जीजाबाई का जन्म सिंदखेड़ नामक गांव महाराष्ट्र के विदर्भ प्रांत में हुआ। वीर माता जीजाबाई छत्रपति शिवाजी की माता होने के साथ-साथ उनकी मित्र, मार्गदर्शक और प्रेरणास्त्रोत भी थीं। उनका सारा जीवन साहस और त्याग से भरा हुआ था।
उन्होंने जीवन भर कठिनाइयों और विपरीत परिस्थितियों को झेलते हुए भी धैर्य नहीं खोया और अपने पुत्र शिवा को वे संस्कार दिए, जिनके कारण वह आगे चलकर हिंदू समाज का संरक्षक छात्रपति शिवाजी महाराज बना। अध्यक्ष मिथलेश चंद्राकर ने बताया कि राज माता जीजाबाई कुर्मी समाज की कुलदेवी है। यह समाज के लिए गौरव की बात है।
इस अवसर पर पूर्व महापौर आरएन वर्मा, शिव चंद्राकर, राजू लाल चंद्राकर, मिथलेश चंद्राकर, राजेन्द्र नायक, शेखर चंद्राकर, सतीश चंद्राकर, अनंत राम चंद्राकर, भरत चंद्राकर, अमन चंद्राकर, शरद चंद्राकर, लक्की वर्मा, धनंजय वर्मा, धरम वर्मा, कन्हैया चंद्राकर, राम चंद्राकर, दयाराम चंद्राकर, अरुण चंद्राकर व समाज गंगा के लोग उपस्थित रहे।