धमतरी
![माहेश्वरी समाज ने रक्तदान कर मनाई महेश जयंती माहेश्वरी समाज ने रक्तदान कर मनाई महेश जयंती](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1718630240-40.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 17 जून। माहेश्वरी समाज कुरूद द्वारा इस बार भी महेश नवमी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसके तहत झांकीमय शोभायात्रा निकाली गई और साथ ही मरीजों को फल वितरण, रक्तदान किया गया। समाजिक प्रतिभाओं एवं बुजुर्गों को सम्मानित किया गया।
शनिवार को भगवान शंकर का अभिषेक पूजन उपरांत महाआरती हुई। महेश चौक से भव्य शोभायात्रा निकाली गई जो थाना चौक, पुराना बाजार, सरोजिनी चौक, प्राचीन श्री राम मंदिर, गांधी चौक होते हुए माहेश्वरी भवन पहुंची । जहां राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सुरेन्द्र जी,नीरज चांडक, संतोषी चांडक,हरिश मंत्री आदि अतिथियों का अध्यक्ष नवल किशोर केला, सचिव विजय केला ने फ़ूल मालाओं से स्वागत अभिनन्दन किया।
अतिथि वक्ता सुरेन्द्र जी एवं हरिश मंत्री ने अपनी मोटिवेशनल स्पीच में अवचेतन और चेतन अवस्था के बारे में बताते हुए समाज को एकजुट रखने का आह्वान किया। इस दरम्यान सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत गीत संगीत और फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें छोटे बच्चों ने अलग अलग भगवान का रुप धर सबका ध्यान खींचा। समाजिक प्रतिभा एवं बुजुर्गों का सम्मान करते के बाद युवा वर्ग के 17 लोगों ने रक्तदान किया। साथ ही अस्पताल जाकर मरीजों को फल वितरित भी किया गया।
इस अवसर पर रमेश केला, अनमोल किशन, प्रतीक, सचिन, आशीष, प्रीति केला, नीतू केला, अरुण, कैलाश, सुरेश केला, भंवर लाल, विनोद, रामकिशोर, हितेंद्र केला गोविंद, मनीषा, पूनम, वर्षा, हनी, रोशनी, पदमा, चंचल, शिल्पा, स्नेहा, मनोज, संजय केला, आशीष, रामकिशोर, अरुण केला प्रकाश, सुरेश चंद्र, भंवरलाल, विनोद केला, ओमकार, महेश, अजय, अशोक, कौशल, हरीश केला, कमलेश गांधी, राजू सद्दानी सुशील रोशन, मनोज, दिनेश, पंकज, महेश, केला, हर्ष राठी, ओमकार दास, श्याम चाडक आदि, नवीन, नयन, राजेश केला, पदमा, विमला,वर्षा,सहित समाज के लोगों बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
सुनीता, निशा, मनीषा, पूनम, चंचल, सोनम, शिल्पा, स्नेहा, गीता, सरस, मधु, हनी, रोशनी, सीमा, दीपाली, अर्चिता, सौम्या, मीना, हितेंद्र, विनोद राठी, शंभू राठी, पंकज राठी, संजय टावरी, भाइजी केला, चंदन, सौरभ, बालकिशन, दीपक,राजेश अग्रवाल,योगेश जैन सहित समाज के लोगों बड़ी संख्या में उपस्थित थे।