धमतरी
![लाइट बंद, लोगों में बढ़ रहा गुस्सा लाइट बंद, लोगों में बढ़ रहा गुस्सा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1719072537urud-120.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 22 जून। भीषण गर्मी, कुख्यात मच्छर और नगर में बिजली की आंख मिचौली ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। हवा की हल्की सरसराहट और मामूली बौछार को देखते ही गायब हो जाने वाली बिजली से परेशान नागरिक अब जन आंदोलन की मुद्रा में आ रहे हैं।
कम्पलेन नंबर में फोन नहीं उठाने की शिकायत लेकर बिजली कार्यालय पहुंचे और संबंधित कर्मी से हुई वार्तालाप का वीडियो सोशल मीडिया में जारी कर पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष धीरज चन्द्राकर ने कहा कि शिकायत कक्ष में तैनात कर्मचारी उपभोक्ताओं के फोन नहीं उठाते, दफ्तर जाने पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलता ऐसे में हमारे पास आंदोलन के सिवा क्या रास्ता है ? जमीन की नापजोख में माहिर एक शासकीय कर्मचारी ने लिखा कि पूरे पैसे लेकर भी विद्युत विभाग अपने उपभोक्ताओं को सेवा नहीं दे पा रहा है, दुर्भाग्य की बात है कि संबंधित अधिकारी फोन तक रिसीव नहीं करते।
प्रमोद शर्मा का कहना है कि अभी तो बरसात शुरू भी नहीं हुई है और विधुत आपूर्ति बाधित हो रही है, इसमें सूधार नहीं हुआ तो हमें बिजली दफ्तर का घेराव करना पड़ेगा। हर्षित अग्रवाल ने शिकायत दर्ज कराने वाले फोन नंबर को सार्वजनिक करने की मांग उठाई। सोनू द्विवेदी ने सांय सांय आने जाने वाली बिजली के लिए सरकार पर तंज़ कहा। श्रवण साहू, करण नाग आदि नागरिकों ने भी विधुत विभाग की नाजूक व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए।
इस बारे में विद्युत विभाग के सहायक यंत्री एसके कोसरे का कहना है कि विद्युत वितरण व्यवस्था एवं सप्लाई लाइन का रखरखाव नियमित रूप से किया जाता है। इस बार रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पडऩे से उपकरणों में अतिरिक्त दबाव बढ़ा है, जिसके चलते कुछ समस्या पैदा हो रही है। आधी तूफान में पेड़ गिरने से सप्लाई लाइन एवं लोड बढऩे से ट्रांसफार्मर और दुसरे उपकरण खऱाब हो रहे हैं जिसके चलते आपूर्ति प्रभावित हो रही है, जिसमें जल्द ही सुधार कर लिया जाएगा।
बहरहाल दिन भर के थके मांदे लोग जब रात में सोने बिस्तर पकड़ते हैं, तभी बिजली का आना-जाना शुरू हो जाता है। उमस और गर्मी के साथ साथ कुख्यात मच्छरों से मुकाबला करते लोग अंधेरे में सरकार एवं बिजली विभाग को कोस रहे हैं।