धमतरी
![खेती-किसानी की तैयारी, बारिश का इंतजार सोसायटियों में खाद-बीज लेने पहुंच रहे किसान खेती-किसानी की तैयारी, बारिश का इंतजार सोसायटियों में खाद-बीज लेने पहुंच रहे किसान](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1718806397urud-009.jpg)
ऋण वितरण का 54 फीसदी लक्ष्य पूरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 19 जून। मानसून की लेटलतीफी के बावजूद किसान भाई खेती-किसानी की तैयारी में जुटे हुए हैं। फसल बोआई हेतु खेतों की जोताई, मेड़ों की सफाई पूरी कर चुके किसान खाद बीज लेने सोसायटियों में पहुंच रहे हैं। जिला सहकारी बैंक ने पिछले सत्र के मुकाबले इस वर्ष ऋण वितरण का लक्ष्य करीब सवा करोड़ अधिक रखा है, जिसमें से अब तक 54 फीसदी टारगेट पूरा हो चुका है। अब सभी की निगाहें आसमान की ओर लगी है।
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित रायपुर शाखा कुरुद के तहत आने वाली 9 सोसायटियों में इस बार खरीफ सीजन के लिए खाद बीज का अग्रिम भंडारण किया गया।
शाखा प्रबंधक टीके बैस से मिली जानकारी के मुताबिक 18 जून तक कुरुद सहकारी समिति में पंजीकृत 389 किसानों को नगद, खाद, बीज, दवा के रूप में 127.35 करोड़ रपए का ऋण वितरण किया जा चुका है। कुहकुहा सोसायटी के 495 किसानों ने 226.38 करोड़, गाडाडीह में 721 सदस्यों ने 308.70 करोड़, मंदरौद में 378 किसान 158.38 करोड़ का लोन लिया है।
इसी प्रकार भाठागांव में 592 किसान को 251.97 करोड़, बगौद में 470 लोगों को 238.83 करोड़, चर्रा में 442 किसानों को 282.19 करोड़, कातलबोड में 338 किसानों को 170.07 करोड़, सिवनीकला सोसायटी में 731 सदस्य को 292.20 करोड़ का ऋण वितरण किया जा चुका है।
बैंक प्रबंधक श्री बैस ने बताया कि गत वर्ष 1925.93 करोड़ के विरुद्ध इस वर्ष 2056.07 करोड़ का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें नगद राशि, खाद बीज और कीटनाशक दवाईयां शामिल हैं। अब तक 4756 किसानों को 1660.70 करोड़ रुपए नगद एवं 395.37 करोड़ रुपए की सामाग्री ऋण के रूप में वितरित की गई है। उन्होंने माना कि पानी नहीं गिरने से किसान अभी उस अनुपात में खाद-बीज नहीं उठा रहा है, फिर भी हमने अब तक 54 फीसदी टारगेट पूरा कर लिया है, बरसात होने पर इसमें तेजी आएगी।
सहकारी समिति प्रबंधक टीआर बांसकार, लेखराम साहू, लिलेश्वर सेन, लिनेश्वर बैस, नन्दुराम साहू, ओमप्रकाश साहू, शिवनंदन बैस, रमेश देवांगन, गुरुनरायण पाठक ने बताया कि उनकी प्रभार वाली सोसायटी में पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज-दवा उपलब्ध है, किसानों का ऋण वितरण का मामला तेजी से निराकृत किया जा रहा है।