राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 जून। छत्तीसगढ़ की एकमात्र जेसीबी महिला चालक दमयंती सोनी का अगले माह जुलाई में हिताची कंपनी जापान में आयोजित एक्सपो मेला में सम्मान करने जा रही है। 61 साल की श्रीमती सोनी अकेले एक भारी भरकम जेसीबी वाहन को सकुशल चलाकर न सिर्फ परिवार का भरण-पोषण कर रही है, बल्कि वह प्रदेश में एक रोल-मॉडल बनकर उभरी हैं।
बताया जा रहा है कि पिछले दिनों बैंगलोर में आयोजित टाटा-हिताची साउथ एशिया कंट्रक्शन इक्विपमेंट एक्सपो में भी दमयंती ने जेसीबी की ड्राईविंग कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। उनके साहस को देखकर हिताची कंपनी की ओर से उन्हें जापान में सम्मानित करने के लिए न्यौता दिया गया। आर्थिक तंगी के चलते दमयंती का जापान जाना संभव नहीं हो पा रहा था। ऐसे में उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मिलकर गुजारिश की। इसके बाद उन्हें राज्य सरकार की ओर से जापान जाने के लिए पूरी सहायता देने का भरोसा दिया गया है।
दमयंती का कहना है कि पूर्व में भी उन्हें जापान से ऐसे आयोजनों में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था। आर्थिक व्यवस्था में कमजोर होने के कारण वह विदेश नहीं जा पाई। दमयंती पति की मृत्यु के बाद से विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए ट्रैक्टर चलाकर सुर्खियों में आई थी।
इसके बाद उन्होंने बच्चों की देखभाल के लिए जेसीबी चलाने से गुरेज नहीं किया। उनकी कड़ी मेहनत का नतीजा है कि आज बेटी की शादी गुजरात में हो गई और उनका बेटा बिलासपुर में मेकेनिकल इंजीनियरिंग कॉलेज में तालीम हासिल कर रहा है। भारी वाहनों को सम्हालने की कला सीखकर आज वह अन्य राज्यों में जाकर जेसीबी से गड्ढों की भरपाई, खेतों को लेवल करना और अन्य कार्य कर रोजी की व्यवस्था कर रही है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से जापान भेजने के लिए मदद करने पर आभार व्यक्त किया है। गौरतलब है कि दमयंती सोनी को जेसीबी चलाने के अलावा तकनीकी खामियों को दूर करने की भी जानकारी है। वह आज एक पेशेवर जेसीबी चालक के तौर पर पूरे राज्य में पहचान बना चुकी है।