राजनांदगांव
![नीट घोटाले के चलते बीएड-डीएड की परीक्षा में प्रशासन रहा अलर्ट नीट घोटाले के चलते बीएड-डीएड की परीक्षा में प्रशासन रहा अलर्ट](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1719753240G_LOGO-001.jpg)
पहली पाली में 13 हजार परीक्षार्थी हुए शामिल, दोपहर बाद दूसरी पाली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 जून। शिक्षक बनने के लिए व्यापमं द्वारा आयोजित बीएड-डीएड की परीक्षा में हजारों परीक्षार्थियों ने रविवार को अपनी किस्मत आजमाई। देश में बहुचर्चित नीट घोटाले के चलते जिला प्रशासन काफी अलर्ट रहा। परीक्षा केंद्रों में परीक्षार्थियों की काफी जांच पड़ताल की गई। इसके बाद ही केंद्रों में दाखिला मिला।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने नीट में हुए धांधली और पेपर लीक कांड के कारण विशेषतौर पर अपने मातहत कर्मचारियों को विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए थे। परीक्षा केंद्रों में दाखिले से पूर्व सभी तरह की जांच से परीक्षार्थियों को गुजरना पड़ा। मोबाइल और अन्य साफ्टवेयर ले जाने पर मनाही थी। इस बीच पहली पाली में 13 हजार से ज्यादा परीक्षार्थियों ने भाग लिया। पहली पाली की परीक्षा सुबह 10 से दोपहर 12.15 बजे तक 39 केंद्रों में आयोजित की गई।
इस परीक्षा के लिए 13 हजार 689 परीक्षार्थियों ने अपना पंजीयन कराया था। परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों में एक घंटा पहले पहुंचने के निर्देश दिए थे, जहां परीक्षार्थियों से प्रवेश पत्र तथा मूल पहचान पत्र की जांच के बाद ही प्रवेश दिया गया। परीक्षार्थियों के लिए प्रवेश पत्र के साथ मूल पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड, पेन कार्ड, ड्राइविंग लायसेंस जैसे किसी एक पहचान पत्र की मूल प्रति दिखाने पर ही प्रवेश दिया गया।
वहीं दूसरी पाली की डीएड की परीक्षा दोपहर 2 बजे निर्धारित समय पर जांच पड़ताल के बाद शुरू हुई। इस परीक्षा के लिए भी परीक्षार्थियों को कड़ी जांच से गुजरना पड़ा। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए 19 हजार 977 परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया था।
इस परीक्षा के लिए 60 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। उक्त परीक्षा केंद्रों में परीक्षार्थी परीक्षा समय से एक घंटा पहले ही प्रवेश के लिए जांच कराते नजर आए। जिसके बाद उन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति मिली। वहीं परीक्षा केंद्रों के बाहर परीक्षार्थियों के साथ उनके परिजन व अन्य लोग भी नजर आए।